Kanpur Time Machine Fraud: सुंदरता की चाह में लोग अक्सर दर्दनाक सर्जरी और महंगे कॉस्मेटिक उपचारों का सहारा लेते हैं, लेकिन कानपुर के एक कपल ने इसी चाहत का फायदा उठाकर बुजुर्गों को ठग लिया।
कानपुर की गलियों में एक ऐसी कहानी छुपी हुई है, जो न केवल लोगों को हैरान कर रही है,
बल्कि उन्हें सोचने पर मजबूर कर रही है कि क्या वास्तव में युवा दिखने की चाहत हमें धोखे की ओर ले जा सकती है।
राजीव कुमार दुबे और उनकी पत्नी रश्मि दुबे, जिनका नाम अब कानपुर में चर्चा का विषय बन गया है,
ने ‘रिवाइवल वर्ल्ड’ नामक एक थैरेपी सेंटर खोलकर बुजुर्गों को ठगने का कुख्यात काम किया है।
यह कहानी एक नाटकीय धोखाधड़ी की है, जिसमें 35 करोड़ रुपये का काला धन ठग लिया गया!
Kanpur Time Machine Fraud: बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का नेटवर्क चला रही
किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक साधारण सी जोड़ी, जो एक किराए के फ्लैट में रह रही थी,
ऐसे बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का नेटवर्क चला रही थी।
उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनके पास एक ‘इजराइल में बनी टाइम मशीन’ है, जो उम्र को उलट सकती है।
जी हां, आपने सही सुना! इस मशीन का जादू यह था कि यह एक 60 वर्षीय व्यक्ति को महज कुछ समय में 25 साल का युवा बना सकती थी।
बस, इसके लिए उन्हें ‘ऑक्सीजन थैरेपी’ का सहारा लेना था।
कानपुर की प्रदूषित हवा के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए,
दंपत्ति ने लोगों को बताया कि कैसे उनके थैरेपी से न केवल उम्र की प्रक्रिया को उलटा जा सकता है,
बल्कि यह उनके स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा।
उनकी पैकेजिंग इतनी आकर्षक थी कि लोग बिना सोचे-समझे हजारों रुपये खर्च करने के लिए तैयार हो गए।
शुरुआत में, केवल 6,000 रुपये में 10 सत्र का ऑफर और बाद में 90,000 रुपये में तीन साल का ‘रिवॉर्ड सिस्टम’
– यह सब कुछ ऐसा था कि किसी को भी लुभा सकता था।
हालांकि, इस योजना का एक और गंदा पहलू था।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह स्कीम पिरामिड संरचना के तत्वों से भरी हुई थी,
जिसमें हर नए ग्राहक को लाने पर पुरस्कृत किया जाता था।
इसके पीछे का सच यह था कि ये सब महज एक बड़ी धोखाधड़ी थी, जिसमें बुजुर्गों के सपनों का मजाक उड़ाया जा रहा था।
दंपत्ति के खिलाफ FIR दर्ज
यह धोखाधड़ी तब उजागर हुई जब तीन ग्राहकों ने इस दंपत्ति के खिलाफ FIR दर्ज करवाई।
एक पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि राजीव और रश्मि ने उनसे 10.75 लाख रुपये ठग लिए।
उन्होंने बताया कि वह अकेली नहीं हैं, बल्कि सैकड़ों अन्य लोग भी इस जाल में फंस गए हैं
और लगभग 35 करोड़ रुपये की राशि उनके हाथ से निकल गई है।
इस मामले ने न केवल कानपुर को बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है।
यह दर्शाता है कि कैसे लोग सुंदरता के नाम पर अपनी जिंदगी के सबसे महत्वपूर्ण फैसले लेते हैं
और अंत में ठगी का शिकार होते हैं। बुजुर्गों की यह स्थिति न केवल चिंताजनक है,
बल्कि यह समाज के लिए एक बड़ा सवाल भी खड़ा करती है:
क्या हम सच में सुंदरता के पीछे इस तरह के धोखों में फंसने के लिए तैयार हैं?
अंत में, यह कहानी एक चेतावनी है कि सौंदर्य की चाह में हमेशा सतर्क रहना चाहिए,
क्योंकि हर चमकती चीज सोना नहीं होती।