चंडीगढ़, 11 मार्च: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की प्रतिबद्धता पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में नहर और ट्यूबवेल आधारित जलापूर्ति योजनाओं के माध्यम से प्रदेश में जल आपूर्ति को मजबूत किया गया है।
मुख्यमंत्री विधानसभा सत्र के दौरान विधायक अर्जुन चौटाला के एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि रानियां विधानसभा क्षेत्र में 72 गांवों और 25 ढाणियों में जलापूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। इनमें 48 नहर आधारित और 38 ट्यूबवेल आधारित जलापूर्ति योजनाएं शामिल हैं।
टीडीएस की अधिक मात्रा वाले गांवों को नहर परियोजना से जोड़ा जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन गांवों में पेयजल में टीडीएस (टोटल डिजॉल्व्ड सॉलिड्स) की मात्रा अधिक है, वहां की जलापूर्ति को नहर आधारित परियोजनाओं में बदला जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पेयजल की गुणवत्ता की जांच के लिए 765 सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 39 सैंपल फेल पाए गए। सरकार ऐसे इलाकों को जल्द से जल्द नहर आधारित जलापूर्ति से जोड़ने के लिए काम कर रही है।
हर जिले में वाटर टेस्टिंग लेबोरेटरी
CM सैनी ने कहा कि हरियाणा के प्रत्येक जिले में एक-एक वाटर टेस्टिंग लेबोरेटरी स्थापित की गई है ताकि जल की गुणवत्ता की नियमित जांच की जा सके और लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके।
सरकार की इस योजना से हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में जल संकट से निपटने और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।