मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की नमो भारत कॉरिडोर की व्यापक समीक्षा!

चंडीगढ़, 6 मई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बहुप्रतीक्षित ‘नमो भारत कॉरिडोर’ परियोजना की प्रगति की गहन समीक्षा की। इस बैठक का उद्देश्य क्षेत्रीय गतिशीलता को बढ़ावा देना, तेज और सुगम यातायात विकल्प प्रदान करना और हरियाणा के शहरी व अर्ध-शहरी इलाकों में आर्थिक विकास की रफ्तार को तेज करना था।

इस समीक्षा बैठक में राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री श्री राव नरबीर सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) के प्रबंध निदेशक श्री शलभ गोयल ने कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) प्रस्तुत की और विशेषताओं पर रोशनी डाली।

मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि यातायात के दबाव को कम करते हुए लोगों को तेज, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन व्यवस्था मिले। उन्होंने जोर दिया कि “नमो भारत कॉरिडोर न सिर्फ कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा बल्कि पूरे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी नई दिशा देगा।”

उन्होंने तीन मुख्य कॉरिडोर की समीक्षा की जो इस समय कार्यान्वयन के पहले चरण में हैं:

  • दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर (82 किमी): इस रूट का 55 किमी हिस्सा पहले से सफलतापूर्वक चालू हो चुका है और यात्रियों से अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।

  • दिल्ली-गुरुग्राम-शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़ (एसएनबी) कॉरिडोर (105 किमी)

  • दिल्ली-पानीपत-करनाल कॉरिडोर (136 किमी)

मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे NCRTC को पूरी सहायता प्रदान करें ताकि इन परियोजनाओं की शुरुआत समय पर हो सके और इनका क्रियान्वयन बिना बाधा के हो।

बैठक के दौरान प्रस्तावित गुरुग्राम-फरीदाबाद-नोएडा कॉरिडोर की भी चर्चा हुई, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने शीघ्र डीपीआर तैयार करने के आदेश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस कॉरिडोर के लिए भूमि, स्टेशनों के अलाइनमेंट और आवश्यक स्वीकृतियों की प्रक्रिया तेज़ की जाए।

सीएम ने यह भी सुझाव दिया कि नमो भारत कॉरिडोर का डिज़ाइन भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया जाए, और मेट्रो नेटवर्क से उसका सहज एकीकरण सुनिश्चित हो ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

नमो भारत ट्रेन की विशेषताएं:

  • अधिकतम डिज़ाइन स्पीड: 180 किमी/घंटा

  • इंटर-स्टेशन दूरी: 5-10 किमी

  • ट्रेन आवृत्ति: हर 5 से 10 मिनट में

  • अत्याधुनिक सुविधाएं: प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर, ऑटोमेटिक किराया संग्रह प्रणाली

  • सड़क मार्ग की तुलना में समय की बचत: गाजियाबाद से गुरुग्राम की यात्रा अब सिर्फ 37 मिनट में

  • दिल्ली एयरपोर्ट से सीधा व त्वरित संपर्क

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, प्रधान सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, एसीएस (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग व शहरी संपदा) श्री ए.के. सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वस्त किया कि हरियाणा सरकार अपने नागरिकों को विश्वस्तरीय परिवहन ढांचा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और नमो भारत कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।