चंडीगढ़,1 अप्रैल: नवरात्रि के दौरान हरियाणा के अंबाला और यमुनानगर जिलों में एक चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां कुट्टू के आटे से बनी रोटियां और पूरी खाने के बाद 120 से अधिक लोगों की तबियत बिगड़ गई। बीमार व्यक्तियों में से अंबाला में 27 और यमुनानगर में 93 लोग शामिल हैं।
घटना का विवरण:
बीमार पड़े लोगों ने पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत की। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में करियाना दुकानों और आटा चक्कियों से पांच सैंपल एकत्रित किए हैं। इन सैंपलों की प्रयोगशाला जांच के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि आटे में कोई मिलावट तो नहीं की गई थी।
दुकानदारों की लापरवाही:
जानकारी के अनुसार, बीमार हुए सभी व्यक्तियों ने अलग-अलग दुकानों से आटा खरीदा था। जब इस घटना की सूचना फैल गई, तो संबंधित दुकानदार अपनी दुकानों को बंद करके फरार हो गए। सोमवार को भी कई करियाना दुकानें बंद रही, जिससे स्थानीय लोगों में असंतोष और चिंता व्याप्त है।
संभावित कारण:
प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि पुराने आटे को नए आटे में मिलाकर बेचा गया था, जिससे खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ। हालांकि, मिलावट की पुष्टि प्रयोगशाला जांच के बाद ही हो सकेगी।
प्रशासन की कार्रवाई:
खाद्य सुरक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच शुरू कर दी है। आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी, और दोषी पाए जाने पर संबंधित दुकानदारों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना नवरात्रि के पवित्र अवसर पर हुई है, जब श्रद्धालु उपवास रखते हैं और विशेष आहार का सेवन करते हैं। ऐसी घटनाएं न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती हैं, बल्कि समाज में असुरक्षा की भावना भी पैदा करती हैं।