हरियाणा में खेतों में आगजनी से किसानों को नुकसान, मुख्यमंत्री ने दिए त्वरित मुआवजे के निर्देश!

Haryana Road Improvement 2025

चंडीगढ़, 21 अप्रैल: हरियाणा में बीते कुछ दिनों से खेतों में अचानक लग रही आग की घटनाओं ने किसानों को गहरा नुकसान पहुंचाया है। कहीं पकी हुई फसल राख हो गई तो कहीं पशुओं की जान चली गई। हालात को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए प्रभावित किसानों को राहत देने का फैसला लिया है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को राज्य के उच्चाधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की और साफ निर्देश दिए कि प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए और उनकी हरसंभव मदद की जाए।

“हर हाल में किसानों के साथ है सरकार” — मुख्यमंत्री सैनी

बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, “हरियाणा सरकार हर स्थिति में किसानों के साथ खड़ी है। जो किसान हालिया आगजनी की घटनाओं से फसलों या मवेशियों के नुकसान का सामना कर रहे हैं, उनके दुख को हम समझते हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि उन्हें जल्द से जल्द राहत मिले, ताकि वे आगे की खेती-बाड़ी सुचारू रूप से कर सकें।”

मुआवजा पाने के लिए कहां करें आवेदन?

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आगजनी की घटनाओं की पूरी रिपोर्ट तैयार करें।
किसानों से आग्रह किया गया है कि जो लोग आग की घटनाओं से प्रभावित हुए हैं, वे अपने जिले के उपायुक्त कार्यालय में आवेदन करें, ताकि उनकी क्षति का आकलन कर मुआवजा वितरण प्रक्रिया तेज़ी से शुरू की जा सके

आगामी फसल की बुवाई में भी मिलेगी मदद

सरकार ने न केवल नुकसान का मुआवजा देने का वादा किया है, बल्कि यह भी कहा है कि जिन किसानों की फसलें नष्ट हुई हैं, उन्हें आगे की बुवाई के लिए बीज और खाद की सहायता भी दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा: “हमारे किसान आर्थिक रूप से कमजोर न हों, इसलिए सरकार हर स्तर पर मदद उपलब्ध करवाएगी — चाहे वह मुआवजा हो या अगली फसल की तैयारी में सहयोग।”

क्या कहती हैं फील्ड से रिपोर्टें?

पिछले सप्ताहों में हरियाणा के कई जिलों — जैसे फतेहाबाद, सिरसा, हिसार और जींद — से खेतों में अचानक आग लगने की खबरें सामने आईं हैं। इन घटनाओं में कई किसानों की गेंहू, सरसों और जौ की फसलें जलकर राख हो गईं। कई स्थानों पर पशुधन की हानि भी हुई है।

ऐसे हालात में राज्य सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया को किसानों ने राहत भरा बताया है।

किसानों से अपील: डरें नहीं, आवेदन करें

प्रशासन की ओर से सभी प्रभावित किसानों से अपील की गई है कि वे अपनी हानि की जानकारी देने में कोई हिचक न दिखाएं। आवेदन देने में देरी न करें, ताकि राहत समय पर मिल सके।