चंडीगढ़, 3 जून: हरियाणा सरकार युवाओं को स्वरोजगार के नए अवसर देने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग के अंतर्गत कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने युवाओं को “होम-स्टे ट्रेनिंग” देने का निर्णय लिया है। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य युवाओं को उनके घरों के कुछ हिस्सों को गेस्ट हाउस के रूप में किराए पर देने के लिए प्रशिक्षित करना है, जिससे वे अतिरिक्त आय अर्जित कर सकें।
आवेदन की अंतिम तिथि – 6 जून, 2025
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, पहले यह सुविधा केवल पंचकूला, कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों तक सीमित थी, लेकिन अब इसे हरियाणा के सभी जिलों के लिए विस्तारित कर दिया गया है। राज्य भर के 15 से 29 वर्ष की आयु के युवक-युवतियां इस ट्रेनिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रशिक्षण की प्रमुख बातें:
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प्रशिक्षण पूर्णत: निःशुल्क है।
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ट्रेनिंग के माध्यम से होम-स्टे को एक व्यवस्थित स्वरोजगार के रूप में स्थापित करना सिखाया जाएगा।
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युवाओं को गेस्ट मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, बुकिंग प्लेटफॉर्म्स पर पंजीकरण जैसी अहम जानकारियां दी जाएंगी।
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यह ट्रेनिंग उन्हें घरेलू संसाधनों का बेहतर उपयोग कर कम लागत में आय का स्रोत विकसित करने के लिए तैयार करेगी।
कैसे करें आवेदन?
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इच्छुक अभ्यर्थी अपने जिले की नोडल आईटीआई में जाकर 6 जून, 2025 तक आवेदन कर सकते हैं।
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आवेदन फॉर्म, नियम और शर्तें विभाग की आधिकारिक वेबसाइट
👉 www.itiharyana.gov.in से डाउनलोड किए जा सकते हैं। -
चयन प्रक्रिया में विभाग का निर्णय अंतिम होगा।
इस योजना का मकसद सिर्फ नौकरी देने तक सीमित नहीं, बल्कि युवाओं को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना है। घर के खाली पड़े कमरों का उपयोग कर छोटे स्तर पर हॉस्पिटैलिटी सेवा देना आज के दौर में एक उभरता हुआ व्यवसाय है, और पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मज़बूत करता है।
युवाओं के लिए अपील:
यदि आप हरियाणा के युवा हैं, और कम संसाधनों में स्वरोजगार शुरू करना चाहते हैं, तो यह प्रशिक्षण आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है। आवेदन की अंतिम तिथि 6 जून नजदीक है, इसलिए समय पर आवेदन करना न भूलें।
“घर को बनाएं आमदनी का जरिया – होम-स्टे से आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाएं!”