चंडीगढ़, 8 मई: उत्तराखंड की पवित्र घाटियों में गुरुवार सुबह एक हृदय विदारक घटना घटित हुई, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। उत्तरकाशी जिले के गंगनानी क्षेत्र के पास एक निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सात में से पाँच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह हादसा सुबह करीब 8:45 बजे के आस-पास हुआ, जब ‘एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ का यह हेलिकॉप्टर ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर उड़ान के दौरान अचानक अनियंत्रित होकर करीब 200 से 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरा।
यात्रा थी आध्यात्मिक, अंत बन गया दुखद
यह हेलिकॉप्टर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से रवाना हुआ था और यात्रियों को यमुनोत्री धाम के खरसाली हेलीपैड तक पहुंचाने वाला था। यह यात्रा कई श्रद्धालुओं के लिए एक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव होनी थी, मगर किस्मत ने कुछ और ही लिखा था।
हेलिकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे – जिनमें पायलट कैप्टन रॉबिन सिंह और छह यात्री शामिल थे।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृतकों में से चार मुंबई से और दो आंध्र प्रदेश के निवासी बताए जा रहे हैं।
राहत-बचाव कार्य में तत्पर एसडीआरएफ और प्रशासन
हादसे की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) और स्थानीय प्रशासन की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं और घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देकर अस्पताल भेजा गया। खाई की गहराई और दुर्गम स्थल होने के बावजूद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी रखा गया।
हादसे की गंभीरता को देखते हुए पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ या मौसम की चुनौती ने यह दुर्घटना करवाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का शोक संदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा:
“उत्तरकाशी के गंगनानी के समीप हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए SDRF और जिला प्रशासन की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। ईश्वर हादसे में दिवंगत लोगों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि घायलों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और वह व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों से निरंतर संपर्क में हैं ताकि हालात पर नज़र रखी जा सके।