हरियाणा पुलिस का अपराध पर कड़ा प्रहार, प्रदेश में लगातार गिर रहा अपराध का ग्राफ

हरियाणा में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्रमुख अपराधों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सीसीटीएनएस की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 31 जुलाई तक एससी/एसटी एक्ट में 52.94 प्रतिशत, महिला विरूद्ध अपराध जैसे- दुष्कर्म में 14.50 प्रतिशत, दहेज हत्या में 19.51 प्रतिशत, छेड़छाड़ के मामलों में 29.57 प्रतिशत, डकैती में 22.58 प्रतिशत, लूटपाट में 29.72 प्रतिशत, छीनाछपटी में 9.96 प्रतिशत, जबरन वसूली तथा ब्लैकमेल के मामलों में 21.45 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गई है। इसके साथ साथ हत्या, पॉक्सो एक्ट, वाहन चोरी तथा किडनेपिंग आदि के मामलों में भी कमी दर्ज की गई है। यह उपलब्धि हरियाणा पुलिस की प्रभावी कार्ययोजना के सकारात्मक परिणामों को दर्शाती है।

 

 

अपराधियों का नेक्सस तोड़ती एसटीएफ

 

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में अपराध रोकने को लेकर प्रभावी कार्ययोजना के तहत कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में अपराधियों का नेक्सस तोड़ते हुए स्पेशल टास्क फोर्स की 8 टीमों का गठन किया गया है जिसे अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए विभिन्न जिलों में तैनात किया गया है। एसटीएफ ने पहली जनवरी, 2024 से लेकर 7 अगस्त, 2024 तक 121 अति वांछित ईनामी बदमाशों, 36 गैंगस्टरों/गैंग सदस्यों तथा गंभीर अपराधों में संलिप्त 264 अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में सफलता हासिल की है।

 

 

नाकाबंदी, चेकिंग व ऑपरेशन आक्रमण

 

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु क्षमता निर्माण करते स्वॉट टीम की 53 टुकडिय़ां तैयार की गई हैं। रात्रि के समय अलग-2 स्थानों पर नाके लगाए जाते है ताकि संदिग्ध व आपराधिक प्रवृति के लोगों पर नजर रखी जा सके। इस दौरान सडक़ों से गुजरने वाले वाहनों की गहनता से चेकिंग की जाती है। इस दौरान प्रदेशभर में अलग-2 टीमों द्वारा छापेमारी करते हुए अपराधियों की धरपकड़ की जाती है। वर्ष-2024 में चलाए गए ऑपरेशन आक्रमण के तहत अब तक पुलिसकर्मियों की 7957 टीमों द्वारा आरोपियों के खिलाफ 2743 एफआईआर दर्ज करते हुए 4768 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।

 

 

महिला सुरक्षा प्राथमिकता, चयनित किए गए 2153 हॉटस्पॉट्स व 292 हॉट रूट्स:

 

उन्होंने बताया कि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के उद्देश्य से प्रदेश में भीड़भाड़ वाले 2153 हॉटस्पॉट क्षेत्रों तथा 292 हॉट रूट्स को चिन्हित किया गया जहां पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की संभावनाएं अपेक्षाकृत अधिक होती हैं। इन क्षेत्रों तथा रूटों पर विशेष तौर पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि मनचलों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा सके। इसी प्रकार, महिलाओं में सुरक्षा की भावना को बल देते हुए हरियाणा पुलिस द्वारा ट्रिप मॉनिटरिंग सेवा शुरू की गई है। सार्वजनिक परिवहन में अकेले में सफर करने वाली महिलाएं हरियाणा-112 पर स्वयं को पंजीकृत करते हुए इसका लाभ उठा सकती हैं।

 

महिला पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण व संवेदीकरण कार्यक्रम:

 

इसी प्रकार, हरियाणा पुलिस द्वारा महिला व बाल सुरक्षा को लेकर प्रत्येक जिला में 4-4 महिला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। इन प्रशिक्षित महिलाओं द्वारा विद्यालयों व महाविद्यालयों में महिलाओं व बच्चों व संपर्क करते हुए उनके लिए संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विद्यालयों में सेमिनार आदि आयोजित करवाते हुए उन्हें गुड टच व बेड टच के बारे में जानकारी दी जाती है।

 

 

नशे से दूर रखने के लिए खेल गतिविधियां

 

प्रदेश में बच्चों को अपराध तथा नशे से दूर रखने के लिए ग्रामीण अथवा शहरी क्षेत्रों में खेल गतिविधियां आयोजित की जाती हैं ताकि बच्चे शारीरिक व मानसिक तौर पर स्वस्थ रहें। हरियाणा पुलिस द्वारा इन खिलाडिय़ों के लिए समय-समय पर बड़े स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित करवाई जाती है। इतना ही नहीं, युवाओं को पुलिस आदि में भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि वे इनकी तैयारी करें और इन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन करें।

 

 

ग्राम व वार्ड प्रहरियों की कड़ी नजर

 

इसी प्रकार, ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में अपराधियों पर नजर रखने के लिए ग्राम प्रहरी व वार्ड प्रहरियों को निर्देशित किया गया है। इसके अलावा, गांवो व वार्डों में ऐसे दबंग लोगों पर भी निगरानी रखते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाती है जो समाज में गुंडागर्दी करते हैं और अनावश्यक रूप से लोगों को परेशान करते हैं। नशा बेचने वालों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर गैंगस्टरों की पोस्ट को लाइक व शेयर करने वाले लोगों को क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा मॉनिटर किया जाता है।

 

 

पुलिसकर्मियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देता आकलन प्रपत्र:

 

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि पुलिसकर्मियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देते हुए आकलन प्रपत्र भी तैयार किया गया है जिसमें पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता को बढ़ाने संबंधी मानदंड निर्धारित किए गए हैं। आकलन प्रपत्र के अनुरूप परफॉर्मेंस के आधार पर पुलिसकर्मियों की एसीआर तैयार करने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं।

 

उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस प्रदेशवासियों को सुरक्षित व भयमुक्त वातावरण देने के लिए वचनबद्ध है। आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ हरियाणा पुलिस द्वारा जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए काम किया जा रहा है। पुलिस की कार्यक्षमता को बढ़ाने की दिशा में भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे है ताकि अपराध के बदलते तौर तरीकों के अनुरूप एक्शन प्लान तैयार किया जा सके।

News Pedia24:

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