Haryana Police : हरियाणा पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी ट्रैवल एजेंटों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए ठोस रणनीति अपनाई है।
पिछले 6 वर्षों में इस तरह के 2606 मामले दर्ज किए गए, जिनमें सबसे अधिक मामले करनाल जिले से सामने आए हैं।
2024 में अब तक की स्थिति:
•578 मामले दर्ज, जो 2023 के मुकाबले कम हैं, यह दर्शाता है कि जागरूकता में वृद्धि हो रही है।
•अप्रैल 2023 में गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) के तहत, 1245 मामलों में कार्रवाई करते हुए 1014 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
•अवैध इमीग्रेशन पर अंकुश लगाने के लिए हेल्पलाइन नंबर 8053003400 जारी किया गया है।
Haryana Police : पिछले वर्षों के आंकड़े
•2019: 213 मामले
•2020: 582 मामले
•2021: 183 मामले
•2022: 300 मामले
•2023: 750 मामले
•2024 (अक्टूबर तक): 578 मामले
Haryana Police : करनाल में सर्वाधिक मामले
•करनाल: 658
•कुरुक्षेत्र: 574
•अंबाला: 457
•कैथल: 256
•यमुनानगर: 217
•पानीपत: 106
कानूनी प्रावधान और कार्रवाई: Haryana Police
हरियाणा सरकार ने “हरियाणा रजिस्ट्रेशन एंड रेगुलेशन ऑफ ट्रैवल एजेंसिज एक्ट-2024” और इसके नियमों को लागू किया है।
इसमें धोखाधड़ी करने वाले ट्रैवल एजेंटों की संपत्ति अटैच करने का प्रावधान शामिल है।
फर्जी ट्रैवल एजेंटों की धोखाधड़ी के तरीके (जारी):
1.नकली टिकट और वीजा:
फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों को विदेश भेजने का झांसा दिया जाता है। जब लोग एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं, तो उन्हें फर्जी टिकट और वीजा के कारण यात्रा करने से रोक दिया जाता है।
2.डंकी रूट का उपयोग: Haryana Police
लोगों को एजुकेशन या वर्क वीजा देने का वादा किया जाता है। आवेदन के बाद, वीजा रिजेक्ट होने की बात कहकर उन्हें अवैध डंकी रूट (जमीन के रास्ते) से विदेश भेजने की पेशकश की जाती है। कई बार लोग बॉर्डर पर ही पकड़े जाते हैं और जेल भेज दिए जाते हैं।
3.नकली नौकरी के प्रस्ताव: Haryana Police
एजेंट नकली नौकरी के प्रस्ताव और ईमेल दिखाकर आधिकारिक प्रतीत होने वाले दस्तावेज देते हैं। इससे लोग धोखे का शिकार हो जाते हैं।
4.गलत जानकारी देकर भेजना:
कई बार एजेंट किसी अन्य देश का वीजा दिलाने की बात कहकर रूस, यूक्रेन, या अन्य देशों में भेज देते हैं, जहां लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
5.ग्रामीण क्षेत्रों को निशाना बनाना:
ग्रामीण क्षेत्रों में एजेंट बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का वादा करते हैं। अधिकतर पीड़ित इन्हीं क्षेत्रों से होते हैं।
डीजीपी की अपील:
हरियाणा के डीजीपी श्री शत्रुजीत कपूर ने लोगों से आग्रह किया:
•बिना सत्यापन के किसी भी ट्रैवल एजेंट पर भरोसा न करें।
•हरियाणा पुलिस की वेबसाइट पर अधिकृत और अनाधिकृत ट्रैवल एजेंटों की सूची चेक करें:
हरियाणा पुलिस पोर्टल
•फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ हेल्पलाइन नंबर 8053003400 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।
जागरूकता और सुधार के प्रयास:
हरियाणा पुलिस की सख्त कार्रवाई और जागरूकता अभियानों के चलते अवैध इमीग्रेशन के मामलों में कमी देखी जा रही है।
पुलिस ने हर जिले में डीएसपी रैंक के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
इसके अलावा, ट्रैवल एजेंटों पर निगरानी के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
जागरूकता और सुधार के प्रयास (जारी):
अवैध इमीग्रेशन केवल आर्थिक नुकसान का कारण नहीं बनता, बल्कि विदेशों में फंसे लोगों को गंभीर समस्याओं में डाल देता है।
इन समस्याओं में विदेशों की जेलों में लंबे समय तक रहना, मानवीय तस्करी, और धोखाधड़ी का शिकार होना शामिल है।
हरियाणा पुलिस इन खतरों को रोकने और नागरिकों को सुरक्षित और वैध तरीके से विदेश जाने के लिए मार्गदर्शन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
हरियाणा पुलिस की योजनाएं और कार्रवाई:
1.विशेष जांच टीम (एसआईटी):
अप्रैल 2023 में गठित एसआईटी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध इमीग्रेशन के मामलों में बड़ी संख्या में आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
2.कानूनी जागरूकता:
आम जनता को अवैध इमीग्रेशन और फर्जी ट्रैवल एजेंटों की पहचान के लिए नियमित रूप से जागरूक किया जा रहा है।
3.अधिकारियों की तैनाती:
सभी जिलों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति सुनिश्चित की गई है, जो ऐसे मामलों की निगरानी और कार्रवाई करते हैं।
4.कानून और नियमों का सख्त पालन:
हरियाणा रजिस्ट्रेशन एंड रेगुलेशन ऑफ ट्रैवल एजेंसिज एक्ट-2024 को लागू करके अवैध ट्रैवल एजेंटों पर सख्ती की जा रही है। इस कानून के तहत संपत्तियां जब्त करने जैसे प्रावधान शामिल हैं।
5.टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल:
हरियाणा पुलिस की वेबसाइट पर अधिकृत और अनधिकृत ट्रैवल एजेंटों की सूची उपलब्ध कराई गई है ताकि लोग ट्रैवल एजेंट की सच्चाई जांच सकें।