Haryana Lok Sabha elections: चुनावी समीकरण उलझे, कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, Haryana में लगभग दो महीने के elections प्रचार के बाद आज सभी दस Lok Sabha सीटों पर मतदान हो रहा है। पिछली बार सभी दस सीटें जीतने वाली बीजेपी के लिए इस बार 4-5 सीटों पर समीकरण जटिल हो गए हैं। फरीदाबाद, सिरसा, रोहतक और सोनीपत में कड़ा मुकाबला है, जहां कांग्रेस ने बीजेपी को घेर रखा है। वहीं, बीजेपी गुरुग्राम, करनाल, कुरुक्षेत्र, हिसार, अंबाला और भिवानी-महेन्द्रगढ़ सीटों पर मोदी फैक्टर, क्षेत्रीय समीकरण और मजबूत उम्मीदवारों के आधार पर खुद को बेहतर स्थिति में मान रही है।
करनाल: पंजाबी उम्मीदवार की चुनौती
करनाल सीट पर बीजेपी ने पूर्व सीएम मनोहर लाल को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने पंजाबी समुदाय के दिव्यांशु बुद्धिराजा को उतारा है। यहां बीजेपी की बढ़त है, लेकिन मनोहर लाल के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी है।
रोहतक: भाजपा और हुड्डा की परीक्षा
रोहतक सीट पर बीजेपी ने डॉ. अरविंद शर्मा को फिर से मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने दीपेंद्र हुड्डा पर भरोसा जताया है। यहां हुड्डा परिवार और बीजेपी के बीच असली मुकाबला है।
सोनीपत: कांग्रेस के जाल में फंसी भाजपा
सोनीपत में बीजेपी ने दो बार के सांसद रमेश कौशिक की जगह राय विधायक मोहन लाल बरौली को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने गैर-जाट सतपाल ब्रह्मचारी को उतारा है। दोनों ब्राह्मण उम्मीदवार हैं और यहां मुकाबला कड़ा है।
सिरसा: तंवर कांग्रेस के घेरे में
सिरसा सीट पर बीजेपी ने अशोक तंवर को उतारा है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा पर भरोसा जताया है। यहां किसान आंदोलन का प्रभाव है और मुकाबला रोचक हो गया है।
अंबाला: आसान नहीं राह
अंबाला में बीजेपी की बंतो कटारिया और कांग्रेस के वरुण चौधरी के बीच मुकाबला है। किसान आंदोलन के कारण यहां बीजेपी की राह मुश्किल हो गई है।
कुरुक्षेत्र: त्रिकोणीय मुकाबला
कुरुक्षेत्र में बीजेपी के नवीन जिंदल, आप के सुशील गुप्ता और इनेलो के अभय चौटाला के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। वोटों के बंटवारे से बीजेपी खुद को सुरक्षित मान रही है।
हिसार: गैर-जाट वोटों की भूमिका
हिसार में बीजेपी के रणजीत चौटाला, कांग्रेस के जयप्रकाश, इनेलो की सुनैना चौटाला और जेजेपी की नैन चौटाला के बीच मुकाबला है। यहां जो गैर-जाट वोट पाता है, वही जीत सकता है।
फरीदाबाद: जटिल मुकाबला
फरीदाबाद में बीजेपी के कृष्णपाल गुर्जर और कांग्रेस के महेंद्र प्रताप के बीच मुकाबला है। यहां एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर है और मुकाबला रोचक हो गया है।
गुरुग्राम: छठी जीत के प्रयास
गुरुग्राम में बीजेपी के राव इंद्रजीत और कांग्रेस के राज बब्बर के बीच मुकाबला है। यहां राव मोदी सरकार के काम पर वोट मांग रहे हैं, जबकि राज बब्बर जातीय समीकरणों पर भरोसा कर रहे हैं।
भिवानी-महेन्द्रगढ़: मोदी फैक्टर पर दांव
भिवानी-महेन्द्रगढ़ में बीजेपी के धर्मबीर और कांग्रेस के राव दान सिंह के बीच मुकाबला है। यहां मोदी फैक्टर, क्षेत्रीय विकास कार्य और जातीय समीकरणों के आधार पर धर्मबीर खुद को आगे मानते हैं।
इन चुनावों का असर चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी पड़ेगा, इसलिए यह सभी पार्टियों के लिए सेमीफाइनल मैच है।