Haryana Elections : हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग का कार्य जारी है।
सबसे पहले बैलट पेपर की गिनती हुई और अब EVM मशीनों की गिनती शुरू हो गई है।
शुरुआती रुझानों में काफी उलटफेर हुआ है। भाजपा ने बढ़त बना ली है, जबकि कांग्रेस सुबह 8 बजे तक एकतरफा जीत की ओर बढ़ रही थी।
उस समय कांग्रेस ने 65 सीटों पर आगे होने का दावा किया, जबकि भाजपा मात्र 17 सीटों पर थी।
Haryana Elections : दोनों पार्टियां 43-43 सीटों पर
जैसे ही समय बीता, 9:30 बजे भाजपा ने टक्कर ली और दोनों पार्टियों के बीच केवल दो सीटों का अंतर रह गया।
इसके बाद 9:44 बजे एक समय ऐसा आया जब दोनों पार्टियां 43-43 सीटों पर थीं।
फिर भाजपा ने 46 सीटों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की।
लाडवा सीट से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हिसार से सावित्री जिंदल आगे चल रहे हैं।
वहीं, पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला उचाना कलां सीट से पीछे चल रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई सीट से आगे हैं।
Haryana Elections : 67.90% वोटिंग हुई
5 अक्टूबर को हुए चुनाव में प्रदेश में 67.90% वोटिंग हुई थी, जो पिछले चुनाव से 0.03% कम है।
खास बात यह है कि 22 जिलों में 93 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं।
बादशाहपुर, गुरुग्राम और पटौदी विधानसभा सीट की काउंटिंग के लिए 2-2 सेंटर और बाकी 87 सीटों के लिए एक-एक सेंटर बनाया गया है।
एग्जिट पोल्स के मुताबिक, हरियाणा में कांग्रेस को 50 से 55 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी।
हालांकि, वर्तमान ट्रेंड भाजपा के पक्ष में जा रहा है।
पिछले 20 वर्षों में हरियाणा में हुए 5 विधानसभा चुनावों में दो बार ऐसा हुआ है
जब वोटिंग प्रतिशत में गिरावट आई या 1% तक की मामूली वृद्धि हुई,
जिससे राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी। ऐसा होने पर सत्ता में रही पार्टी को लाभ मिला।
नायब सिंह सैनी ने दावा किया
हालांकि, भाजपा के नेता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दावा किया था कि 8 अक्टूबर को जब विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे,
तब भाजपा ही राज्य में सरकार बनाएगी। उनका मानना है कि भाजपा ने हरियाणा को गति देने का काम किया है।
कांग्रेस की ओर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कहा कि उनकी पार्टी एग्जिट पोल के आंकड़ों से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी
और 10 साल बाद सत्ता में वापसी करेगी। उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने चुनाव प्रचार शुरू किया है,
तब से उन्हें कांग्रेस के पक्ष में लहर महसूस हो रही है। हुड्डा ने यह भी कहा कि कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की बढ़त का मुख्य कारण 2005-2014 के उनके कार्यकाल की उपलब्धियां और 2014-2024 तक भाजपा सरकार की विफलताएं हैं।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी बेरोजगारी, शिक्षा और सुरक्षा पर काम करने का संकल्प ले रही है।
जैसे-जैसे काउंटिंग आगे बढ़ रही है, स्थिति और स्पष्ट होती जाएगी। सभी की नजरें अब उन नतीजों पर हैं,
जो तय करेंगे कि हरियाणा में अगली सरकार किसकी होगी।
क्या भाजपा वापसी करेगी या कांग्रेस की लहर चलेगी? देखना दिलचस्प होगा!