चंडीगढ़, 2 अप्रैल: मशहूर सूफी गायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता हंस राज हंस के जीवन में आज एक दुखद मोड़ आ गया। उनकी पत्नी रेश्मा का आज दोपहर निधन हो गया, जिससे परिवार और संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई। वह लगभग 60 वर्ष की थीं और काफी समय से गंभीर रूप से बीमार थीं।
बीमारियों की जद्दोजहद:
सूत्रों के अनुसार, रेश्मा लंबे समय से ह्रदय रोग से जूझ रही थीं। कुछ समय पहले उन्हें हार्ट सर्जरी भी करवानी पड़ी थी, लेकिन उनकी तबियत में कोई खास सुधार नहीं हुआ। उनकी बीमारी के कारण ही परिवार को इस बड़ी क्षति का सामना करना पड़ा।
हंस राज हंस पर गहरा असर:
हंस राज हंस के लिए यह क्षति गहरी है। वह न केवल एक संगीतकार हैं, बल्कि परिवार में भी एक संजीवनी शक्ति रहे हैं। उनके संगीत के पीछे उनकी पत्नी का हमेशा से साथ रहा है, और अब उनकी अनुपस्थिति में हंस राज हंस के लिए आगे बढ़ना मुश्किल होगा।
संगीत जगत में शोक:
हंस राज हंस के निधन पर पूरे पंजाबी लोक और सूफी संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई कलाकारों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर संवेदनाएँ व्यक्त की हैं।
हंस राज हंस के बारे में:
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हंस राज हंस एक प्रतिष्ठित पंजाबी लोक और सूफी गायक हैं।
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वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य और पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं।
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उन्होंने अपने खुद के ‘पंजाबी-पॉप’ एल्बम भी जारी किए हैं, जो आज भी लोकप्रिय हैं।
परिवार और दोस्तों की भावनाएँ:
“रेश्मा जी के बिना हंस राज हंस का जीवन अधूरा सा लग रहा है। उनकी मुस्कान और सकारात्मकता हमेशा याद रहेगी,” – परिवार के एक करीबी सदस्य ने कहा।
अंतिम संस्कार की जानकारी:
अंतिम संस्कार की तारीख और स्थान के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है। परिवार ने इस समय निजता की मांग की है।