चंडीगढ़, 29 मई: पंजाब के मोगा जिले के ऐतिहासिक और शांत माने जाने वाले गांव बिलासपुर में उस समय हड़कंप मच गया, जब दिनदहाड़े दो अज्ञात हमलावरों ने एक बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम दिया। यह घटना तब हुई जब आम आदमी पार्टी से जुड़े नेता और स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष गुरमीत सिंह उर्फ गीता अपने साथी अमनदीप सिंह उर्फ अमना के साथ बस स्टैंड पर खड़े थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दो बाइक सवार युवक अचानक वहां पहुंचे। उनके पास हथियार थे और उन्होंने बिना किसी चेतावनी के दोनों व्यक्तियों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। हमलावर वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद मौके से फरार हो गए।
गोलियों की चपेट में आकर गुरमीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए मोगा के मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहीं, अमनदीप सिंह की हालत ज्यादा नाजुक थी, इसलिए उन्हें लुधियाना के डीएमसी अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
जैसे ही इस वारदात की सूचना पुलिस प्रशासन को मिली, मोगा जिले के वरिष्ठ अधिकारी फौरन घटनास्थल पर पहुंचे। इलाके को घेरकर छानबीन शुरू की गई और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके।
सूत्रों की मानें तो गांव में पिछले कुछ समय से पंचायती चुनावों को लेकर दो गुटों के बीच विवाद चल रहा था। यह विवाद धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप और धमकियों का रूप ले चुका था। माना जा रहा है कि इसी तनातनी ने अब हिंसक मोड़ ले लिया है, लेकिन फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है और अभी तक किसी की गिरफ्तारी की खबर नहीं है।
स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद से डर का माहौल है और वे प्रशासन से जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी और गांव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। मोगा पुलिस का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही उन्हें पकड़कर कानून के हवाले किया जाएगा