gurseerat Kaur

gurseerat Kaur की गोल्डन जीत: पंजाब स्पीकर ने की प्रशंसा

पंजाब विधानसभा के स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने आज चंडीगढ़ के माउंट कार्मल स्कूल की 14 वर्षीय छात्रा gurseerat Kaur को एशियन स्कूल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शानदार उपलब्धि के लिए सम्मानित किया।

यह चैंपियनशिप 28 अगस्त से 10 सितंबर, 2024 तक अबू धाबी, यूएई में आयोजित की गई थी,

जहां गुरसीरत ने अपने शानदार प्रदर्शन से गोल्ड मेडल जीता।

gurseerat Kaur: अपने खेल के प्रति समर्पित रहें

गुरसीरत की यह उपलब्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है,

क्योंकि उसने 8 से 11 अगस्त तक हरियाणा के रोहतक में आयोजित एशियन जूनियर और स्कूल लड़कों

और लड़कियों की मुक्केबाजी चैंपियनशिप के ट्रायल्स में भी पहला स्थान हासिल किया था।

उनकी मेहनत और कौशल ने उन्हें इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीत दिलाई,

जो युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।

स्पीकर स. संधवां ने गुरसीरत के दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा

कि ऐसे युवा प्रतिभाओं का उत्साह बढ़ाना बहुत जरूरी है।

उन्होंने युवा खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे अपने खेल के प्रति समर्पित रहें और देश का मान बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ें।

उन्होंने यह भी कहा कि खेल के क्षेत्र में सफलता के लिए दृढ़ संकल्प और जुनून की आवश्यकता होती है।

संधवां: खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणादायक

स. संधवां ने आगे कहा कि गुरसीरत की उपलब्धि न केवल उसके लिए, बल्कि अन्य खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणादायक है।

यह दर्शाता है कि युवा खिलाड़ी किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकते हैं

यदि वे मेहनत और समर्पण से काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि यह उपलब्धि गुरसीरत के समर्पण और लगन का परिणाम है,

जो मुक्केबाजी में उनके उज्ज्वल भविष्य का प्रमाण है।

इसके साथ ही, स्पीकर ने युवा एथलीटों की उपलब्धियों को लगातार समर्थन देने

और उन्हें उचित सम्मान देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

इससे पहले, उन्होंने जापान से लौटे छात्रों को भी सम्मानित किया था,

जो स्कूल के छात्रों को प्रेरित करने में उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

स. संधवां का मानना है कि कड़ी मेहनत के माध्यम से ही युवा अपनी प्रतिभा को और निखार सकते हैं।

गुरसीरत कौर: परिवार और विद्यालय का मान बढ़ाया

गुरसीरत कौर की सफलता ने न केवल उनके परिवार और विद्यालय का मान बढ़ाया है,

बल्कि पूरे राज्य और देश के लिए भी गर्व का विषय है। उनकी कहानी हर युवा खिलाड़ी को प्रेरित करती है

कि कठिन परिश्रम और धैर्य से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

पंजाब के लिए यह गर्व की बात है कि राज्य की युवा प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना रही हैं।

स. संधवां ने अंत में कहा कि वह ऐसे खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे,

जो अपने खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करने की दिशा में प्रयासरत हैं।

उनकी यह प्रेरणा हर युवा एथलीट के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक साबित होगी।

 

4o mini
Exit mobile version