चंडीगढ़, 18 जून: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने इस वर्ष के 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को केवल एक आयोजन तक सीमित नहीं रहने दिया, बल्कि इसे एक जनांदोलन और सामाजिक संकल्प का रूप दे दिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के वैश्विक संदेश को आत्मसात करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य को “योग युक्त, नशा मुक्त हरियाणा” बनाने का दृढ़ प्रण लिया है।
मुख्यमंत्री की इस दूरदर्शी सोच को धरातल पर उतारने के लिए 21 जून को आयोजित होने जा रहे योग दिवस कार्यक्रम में राज्यभर से करीब 20 लाख नागरिक एक साथ योगाभ्यास करेंगे। यह आयोजन ना केवल स्वास्थ्य के प्रति जनजागरूकता फैलाने का कार्य करेगा, बल्कि नशा मुक्ति जैसे संवेदनशील विषय पर भी समाज में चेतना जगाएगा।
राज्य भर में व्यापक आयोजन
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को जन-जन तक पहुँचाने के लिए हरियाणा के सभी 22 जिलों और 121 विकास खंडों में बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। सरकारी पोर्टल पर अब तक 12 लाख 10 हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। यह दर्शाता है कि लोग योग को अब केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि जीवनशैली के रूप में अपना रहे हैं।
हरियाली के साथ योग का मेल
योग के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी इस अभियान में समाहित किया गया है। ‘हरित योग’ के तहत लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया गया है और अब तक 70,000 से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। यह पहल न केवल पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करती है, बल्कि योग और प्रकृति के आपसी संबंध को भी उजागर करती है।
कुरुक्षेत्र से उठेगी योग की विश्वगाथा
इस बार राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम का आयोजन पावन ब्रह्मसरोवर, कुरुक्षेत्र में किया जाएगा। यह स्थल ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टियों से अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ योग गुरु स्वामी रामदेव और अनेक गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति में हजारों लोग एक साथ योगाभ्यास करेंगे। इस भव्य आयोजन के माध्यम से हरियाणा पूरे देश और दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देगा – स्वस्थ तन, स्वच्छ मन और जागरूक जीवन।
संस्थागत रूप से योग को मजबूत करने की पहल
हरियाणा सरकार ने योग को केवल एक दिवस का आयोजन न मानते हुए इसे स्थायी स्वरूप देने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 व्यायामशालाएं स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से अब तक 714 व्यायामशालाओं का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इसके अतिरिक्त, योग को जमीनी स्तर पर पहुँचाने के लिए 877 आयुष योग सहायकों की नियुक्ति की गई है। ये सभी व्यायामशालाएं भी 21 जून को विशेष योग सत्र आयोजित करेंगी।
विश्वस्तरीय मान्यता और प्रधानमंत्री की प्रेरणा
यह उल्लेख करना आवश्यक है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से हुई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए उनके प्रस्ताव को 177 देशों का समर्थन मिला और तब से हर साल 21 जून को यह दिवस पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है।
इस वर्ष की थीम भी अत्यंत सार्थक है – यह योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और पर्यावरणीय कल्याण को बढ़ावा देने पर आधारित है। यह विषयवस्तु स्थिरता और वैश्विक एकता के विचार से मेल खाती है, और प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई पहल के दस वर्षों की सफलता का प्रतीक भी है।
हरियाणा का संकल्प – योग हर घर तक, नशा हर द्वार से बाहर
मुख्यमंत्री सैनी का यह अभियान सिर्फ एक स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं है, यह समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास है। योगाभ्यास के माध्यम से आत्मअनुशासन, संयम और सकारात्मकता को जीवन में लाया जा सकता है, वहीं नशा जैसे सामाजिक अभिशाप से छुटकारा पाया जा सकता है।
हरियाणा सरकार का उद्देश्य साफ है — हर व्यक्ति स्वस्थ हो, हर गांव जागरूक हो और हर घर में खुशहाली हो।