अम्बाला में ‘Punchpacks 2024’ डाक टिकट प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन

Punchpacks 2024

अम्बाला डाक मंडल ने आज दो दिवसीय जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी “Punchpacks 2024” का भव्य उद्घाटन किया,

जो कि एक ऐतिहासिक और असाधारण आयोजन था।

इस अनूठे कार्यक्रम का शुभारंभ श्री संजय सिंह, मुख्य पोस्टमास्टर जनरल,

हरियाणा परिमंडल ने डी.ए.वी. मॉडल स्कूल (वरिष्ठ माध्यमिक) सेक्टर-8, पंचकुला में किया।

इस कार्यक्रम का नेतृत्व श्री विजय कुमार, प्रवर अधीक्षक डाकघर अम्बाला मंडल ने किया, और

विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अनिल कुमार पाठक, प्रिंसिपल डी.ए.वी. मॉडल स्कूल, भी उपस्थित रहे।

प्रदर्शनी का विषय “भारतीय संस्कृति” था, जो दर्शाता है कि डाक टिकट भी एक सांस्कृतिक धरोहर हो सकता है।

संजय सिंह ने विशेष आवरण “Punchpacks 2024” को रिलीज

उद्घाटन समारोह के दौरान, श्री संजय सिंह ने विशेष आवरण “Punchpacks 2024” को रिलीज किया।

उनके संबोधन में प्रदर्शनी के भव्य आयोजन की सराहना की गई।

उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे इस प्रदर्शनी में शामिल होकर डाक विभाग द्वारा

“भारतीय संस्कृति” पर आधारित टिकटों की विविधता और उनके ऐतिहासिक महत्व को जानें।

उनके अनुसार, यह प्रदर्शनी केवल डाक टिकटों का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति और

इतिहास की गहराई में जाकर समझने का एक अनूठा अवसर भी है। प्रदर्शनी में अम्बाला और पंचकुला जिलों से आए

प्रसिद्ध और उभरते फिलेटेलिस्टों ने भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए

नई डाक टिकटें, विशेष आवरण, पोस्टकार्ड और माई स्टैम्प शामिल थे

लगभग 40 शानदार फ्रेम प्रस्तुत किए। इनमें प्राचीन और नई डाक टिकटें, विशेष आवरण, पोस्टकार्ड और

माई स्टैम्प शामिल थे। “श्री राम जन्म भूमि अयोध्या” से संबंधित डाक टिकट और विशेष आवरण ने विशेष रूप से

लोगों का ध्यान खींचा, जो इस प्रदर्शनी के प्रमुख आकर्षणों में से एक रहा।

आज के कार्यक्रमों में बच्चों के लिए विशेष रूप से उत्साहजनक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

डाक टिकट डिजाइन प्रतियोगिता में 7 स्कूलों के 63 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने भाग लिया।

इस प्रतियोगिता को दो समूहों में विभाजित किया गया: छठी से आठवीं कक्षा और नौवीं से दसवीं कक्षा के विद्यार्थी।

यह प्रतियोगिता सुबह 11:15 बजे से 12:00 बजे तक चली,

और बच्चों ने अपनी क्रिएटिविटी और कल्पना शक्ति का शानदार प्रदर्शन किया।

फिलेटली क्विज (डाक टिकट संग्रह प्रश्नोतरी) में 6 स्कूलों के 18 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

यह प्रतियोगिता छठी से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए थी

सुबह 11:30 बजे से 12:30 बजे तक आयोजित की गई

और सुबह 11:30 बजे से 12:30 बजे तक आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों के ज्ञान और

तत्परता को परखा और उन्हें डाक टिकट संग्रह के प्रति और अधिक आकर्षित किया।

दोपहर 12:30 बजे से 12:45 बजे तक एक फिलेटली वर्कशॉप का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को डाक टिकट संग्रहण की कला,

नई और पुरानी डाक टिकटों को इकट्ठा करने के तरीके, और एक सफल फिलेटेलिस्ट बनने के गुणों के बारे में बताया गया।

यह कार्यशाला विशेष रूप से ज्ञानवर्धक रही और विद्यार्थियों को फिलेटेली के प्रति गहरी रुचि और

समर्पण पैदा करने में सफल रही। प्रदर्शनी में आगंतुकों की सुविधा के लिए एक काउंटर भी स्थापित किया गया है,

जहाँ स्टैम्प सेल, फिलेटेली डिपॉजिट खाता, और माई स्टैम्प बनवाने की सेवाएं उपलब्ध हैं।

इसके अतिरिक्त, डाक विभाग द्वारा “डाकिये” के साथ सेल्फी खिंचवाने का आनंद भी प्रदान किया गया,

जिससे बच्चे और बड़े सभी खुशहाल और उत्साहित हुए।

इस भव्य आयोजन में श्री संजय सिंह और डाक विभाग के अन्य अधिकारियों और

कर्मचारियों ने उपस्थित होकर इस प्रदर्शनी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

यह प्रदर्शनी न केवल डाक टिकट संग्रह के शौकीनों के लिए एक अद्भुत अवसर थी,

बल्कि भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति सभी की जागरूकता और प्रेम को भी बढ़ावा देने वाली थी।