अधूरा पुल, हवा में झूलती कार और सांसें थाम देने वाला मंजर: Google Maps ने फिर दिखाई गलत राह!

चंडीगढ़, 10 जून: महाराजगंज जनपद के नेशनल हाईवे-24 पर सोमवार को एक ऐसा वाकया सामने आया, जिसने तकनीक पर आंख मूंदकर भरोसा करने के खतरों को फिर उजागर कर दिया। गूगल मैप पर भरोसा कर एक कार चालक जब रास्ता तय कर रहा था, तब उसने अनजाने में एक अधूरे पुल पर गाड़ी चढ़ा दी। पुल का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ था, और अचानक समाप्त हो जाने की वजह से कार का अगला हिस्सा पुल से बाहर निकल गया और वह हवा में झूलती रह गई। यह दृश्य न केवल रोमांचक था, बल्कि जीवन और मृत्यु के बीच खींची एक बेहद महीन लकीर भी दर्शा रहा था।

कैसे हुआ यह खतरनाक हादसा?

यह घटना सोनौली-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के फरेंदा क्षेत्र में हुई, जहां एक फ्लाईओवर या पुल का कार्य अंतिम चरण में है। एक कार, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से नेपाल की दिशा में जा रही थी, उसमें सवार यात्री रास्ते की जानकारी के लिए गूगल मैप पर निर्भर थे। उन्होंने जैसा रास्ता मैप पर दिखा, वैसा ही फॉलो किया। लेकिन उन्हें यह पता नहीं चला कि जिस पुल पर मैप उन्हें ले जा रहा था, वह पुल अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ है।

ड्राइवर ने जैसे ही पुल पर गाड़ी चढ़ाई, कुछ ही मीटर चलने के बाद पुल अचानक खत्म हो गया। आगे कोई बैरिकेडिंग या चेतावनी संकेत नहीं था, और कार का अगला हिस्सा हवा में लटक गया। लोहे की सरियों में फंसकर गाड़ी वहीं अटक गई, और वह झूलती रही, मानो ज़िंदगी भी उस पल थम गई हो।

स्थानीय लोगों की फुर्ती से बची जान

जिस वक्त यह भयावह हादसा हुआ, उस समय आसपास के ग्रामीणों की सतर्कता और इंसानियत की भावना ने बड़ी अनहोनी को टाल दिया। कुछ ही पलों में घटनास्थल पर कई लोग इकट्ठा हो गए। बिना देर किए उन्होंने जोखिम उठाकर कार में फंसे सभी लोगों को एक-एक करके बाहर निकाला। सौभाग्य से कोई गंभीर चोट नहीं आई। बाद में कार को भी सुरक्षित नीचे उतारा गया।

क्या गूगल मैप अब भरोसेमंद नहीं रहा?

यह मामला कोई पहला नहीं है। इससे पहले भी गूगल मैप की ग़लत दिशाओं ने लोगों को जानलेवा परिस्थितियों में डाल दिया है:

  • बरेली, उत्तर प्रदेश: एक ऐसा ही हादसा तब हुआ जब तीन युवक एक अधूरे पुल से नीचे गिर गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

  • ग्रेटर नोएडा: एक कार गूगल मैप की ग़लत दिशा के चलते सीधा एक गहरे नाले में जा गिरी। इस हादसे में एक व्यक्ति की जान चली गई।

इन घटनाओं से यह बात स्पष्ट होती जा रही है कि तकनीक जितनी सहायक हो सकती है, उतनी ही जोखिम भरी भी तब बन जाती है, जब हम आंख मूंदकर उस पर विश्वास करते हैं।

क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

  1. अनजान जगहों पर गाड़ी चलाते समय सड़क पर लगे साइनबोर्ड और डाइवर्जन की जानकारी पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

  2. रात के समय या कम रोशनी में केवल डिजिटल मैप पर भरोसा करने की जगह स्थानीय लोगों से रास्ता पूछना अधिक सुरक्षित विकल्प हो सकता है।

  3. निर्माणाधीन क्षेत्रों में बेहद सतर्कता से ड्राइविंग करनी चाहिए और वहां लगे चेतावनी संकेतों को गंभीरता से लेना चाहिए।