पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की बढ़ीं मुसीबतें: 2000 करोड़ के घोटाले में Court का बड़ा फैसला!

bharat bhushan

पूर्व मंत्री bharat bhushan आशु की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। 2000 करोड़ के टैंडर ट्रांसपोर्ट घोटाले में अन्य 29 आरोपियों को कोर्ट ने सम्मन भेजे हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने 19 तारीख को आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है,

जिसके चलते कोर्ट ने सम्मन जारी करने के आदेश दिए। यह आदेश स्पेशल जज डी. पी. सिंगला द्वारा पारित किए गए हैं।

bharat bhushan कांग्रेस सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री

सूत्रों के अनुसार, ई.डी. की टीमें मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत पहले ही कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।

इस नए घटनाक्रम के बाद, आशु को बेल मिलना आसान नहीं होगा।

इस साल दिवाली संभवतः उन्हें जेल में ही मनानी पड़ सकती है।

भारत भूषण आशु 2017 से 2022 तक प्रदेश में कांग्रेस सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे थे।

उन पर आरोप है कि उनके कार्यकाल में टैंडर आवंटन में करोड़ों का घोटाला हुआ है।

विजिलेंस ने पहले ही इस मामले में अदालत में चालान पेश किया है,

और इसके बाद ई.डी. ने संबंधित दस्तावेजों की मांग की और जांच शुरू की।

ED ने पिछले साल अगस्त में भी भारत भूषण आशु और उनके साथियों के ठिकानों पर छापामारी की थी।

इस साल अगस्त की शुरुआत में सबूत मिलने के बाद आशु को ई.डी. ने गिरफ्तार कर लिया, और तब से वह जेल में हैं।

अब इन 29 दोषियों के खिलाफ कोर्ट ने सम्मन पारित कर दिए हैं, जिसमें राजदीप सिंह, मीनू मल्होत्रा, आर. के. सिंगला, पंकज मल्होत्रा और अन्य शामिल हैं।

मामले की जांच जारी है और आगे की पूछताछ की जाएगी।

अगर सबूत मिले, तो संबंधित व्यक्तियों को फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है।

 

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