चंडीगढ़, 7 मई: भारतीय सेना की ओर से अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल और चिंता का माहौल देखने को मिला है। आतंक के खिलाफ भारत की निर्णायक और सटीक कार्रवाई ने न केवल आतंकियों को झटका दिया, बल्कि पाकिस्तान के भीतर और बाहर मौजूद तमाम ताकतों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। इस सैन्य ऑपरेशन के प्रत्यक्ष प्रभाव अब वैश्विक मंच पर भी दिखाई देने लगे हैं।
कई देशों ने उड़ानें की रद्द, हवाई क्षेत्र में बंदी
भारत की कार्रवाई के कुछ ही घंटों बाद चीन, दक्षिण कोरिया और मलेशिया ने पाकिस्तान के लिए अपनी सभी वाणिज्यिक उड़ानें अस्थायी रूप से स्थगित कर दीं। ये कदम सुरक्षा चिंताओं और संभावित तनाव के मद्देनज़र उठाया गया है। पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों पर हवाई यातायात को सीमित या बंद किया गया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
अमेरिका की चेतावनी – “संघर्ष क्षेत्र छोड़ दें”
अमेरिका ने बुधवार को एक विशेष सुरक्षा चेतावनी जारी की। पाकिस्तान में स्थित अमेरिकी मिशन ने अमेरिकी नागरिकों को साफ तौर पर सलाह दी कि वे संघर्ष संभावित इलाकों से फौरन बाहर निकल जाएं या वहां से सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। इस चेतावनी में कहा गया:
“हमें भारत द्वारा पाकिस्तान में सैन्य हमलों की रिपोर्ट मिली है। यह स्थिति लगातार बदल रही है और हम घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।”
साथ ही यह भी जोड़ा गया कि अमेरिकी नागरिक भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) के पास यात्रा से बचें, क्योंकि वहां आतंकवाद और सैन्य संघर्ष की आशंका बनी हुई है।
ट्रैवल एडवाइजरी: वैश्विक चिंता का प्रतीक
अमेरिका के अलावा कनाडा, ब्रिटेन, रूस और स्वीडन ने भी अपने नागरिकों के लिए पाकिस्तान यात्रा को लेकर नई या संशोधित ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। यह कदम यह दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत की कार्रवाई को सिर्फ एक सीमित जवाबी हमला नहीं, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित करने वाला अहम घटनाक्रम मान रहा है।
अमेरिकी विदेश विभाग की सलाह:
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पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करें
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बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की यात्रा न करें
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भारत-पाक सीमा और नियंत्रण रेखा के पास न जाएं
अमेरिकी दूतावास ने यह भी कहा कि:
“अगर आप खुद को अप्रत्याशित सैन्य गतिविधियों के पास पाते हैं, तो तुरंत उस क्षेत्र को छोड़ें या किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें। अपनी सुरक्षा योजना की समीक्षा करें, शांत रहें और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का वैश्विक संदेश
भारत की ओर से की गई यह कार्रवाई न केवल आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा संदेश है, बल्कि उन देशों के लिए भी चेतावनी है जो आतंक को समर्थन या पनाह देते हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि अब भारत सिर्फ बयान नहीं, कार्रवाई करता है – और वो भी वैश्विक नजरों के सामने, पूरी पारदर्शिता और सटीकता के साथ।
यह घटनाक्रम यह भी दर्शाता है कि भारत की सैन्य कार्रवाइयों का प्रभाव अब सीमा पार ही नहीं, वैश्विक नीति निर्धारण तक पहुंच चुका है।