चंडीगढ़, 12 मई: देश के लाखों हवाई यात्रियों के लिए ख़ुशी की खबर सामने आ रही है। उत्तर भारत के 32 प्रमुख एयरपोर्ट्स से वाणिज्यिक उड़ानों की बहाली हो गयी है। पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने रविवार कोखा था कि जब तक सीमा क्षेत्रों में हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाते, तब तक इन हवाई अड्डों से उड़ानों की अनुमति नहीं दी जाएगी। लेकिन अब स्थिति में सुधर देखते हुए ऐलान किया गया है कि यह सभी हवाई अड्डे तत्काल प्रभाव से नागरिक विमान सेवाओं के लिए उपलब्ध हैं।
ये वे एयरपोर्ट्स हैं जो संवेदनशील सीमा इलाकों के पास स्थित हैं और जहां हाल के दिनों में सैन्य गतिविधियां बढ़ी हैं:
पंजाब:
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अमृतसर
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लुधियाना
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पठानकोट
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पटियाला
राजस्थान:
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जयसलमेर
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बीकानेर
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जोधपुर
जम्मू-कश्मीर:
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जम्मू
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लेह
हिमाचल प्रदेश:
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शिमला
हरियाणा:
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सिरसा
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अंबाला
अन्य स्थान:
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चंडीगढ़
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पोरबंदर (गुजरात)
कुल मिलाकर 32 एयरपोर्ट्स पर संचालन फिलहाल ठप है।
सरकार का रुख: सुरक्षा पहले, उड़ान बाद में
मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने यह स्पष्ट किया कि पहले कुछ रिपोर्टों में 15 मई से उड़ानें शुरू होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब हालात को देखते हुए कोई निश्चित तिथि देना संभव नहीं है। उन्होंने कहा:
“हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है। जैसे ही हालात नियंत्रण में आते हैं, एयरपोर्ट्स को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा।”
हवाई किराए में बढ़ोतरी तय
दिल्ली से संचालित होने वाली उड़ानों की मांग में अचानक उछाल आया है, जिससे हवाई किराए में तेज़ वृद्धि दर्ज की जा रही है।
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पुणे, मुंबई और कोलकाता से दिल्ली की उड़ानों का किराया ₹5,000–₹6,000 तक पहुंच गया है।
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ट्रैवल इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का मानना है कि यह किराया और भी बढ़ सकता है।
मेहबूब शेख, डायरेक्टर, ट्रैवल इलेक्ट्रा प्रा. लि., का कहना है कि “वैकल्पिक मार्गों पर बोझ बढ़ने से यात्री खर्च के मामले में परेशान हो सकते हैं।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बीच सैन्य सतर्कता चरम पर
इस पूरी स्थिति को “ऑपरेशन सिंदूर” से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें तीनों सेनाओं – वायुसेना, थलसेना और नौसेना – को अलर्ट मोड पर रखा गया है। कुछ संवेदनशील इलाकों में ब्लैकआउट (बत्ती बंदी) की खबरें भी सामने आ रही हैं। यह कदम पूरी तरह से सावधानी के तौर पर उठाया गया है।
क्या है अब तक चालू?
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दिल्ली एयरपोर्ट पूरी सुरक्षा के साथ नियमित रूप से संचालित हो रहा है।
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अभी तक किसी भी एयरपोर्ट पर पर्यटकों के फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई है।
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यात्रियों को यात्रा से पहले अपनी एयरलाइन या ट्रैवल एजेंट से संपर्क कर स्थिति की पुष्टि करने की सख्त सलाह दी गई है।