चंडीगढ़, 11 अप्रैल: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को फरीदाबाद खेल परिसर से “ड्रग फ्री हरियाणा साइक्लोथॉन 2.0” यात्रा को गुरुग्राम के लिए रवाना करते हुए एक दृढ़ संकल्प जताया – हर घर को नशा मुक्त बनाना है और हरियाणा को पूरी तरह से नशे से आजाद करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल एक साइक्लिंग इवेंट नहीं, बल्कि एक जनांदोलन है – एक ऐसा अभियान जो युवाओं के भविष्य को बचाने, समाज को सशक्त बनाने और पूरे राज्य को स्वस्थ, स्वच्छ और जागरूक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
“नशे के खिलाफ अब हर घर से उठेगी आवाज़” – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, सशक्त भारत” के विजन को साकार करने की दिशा में हरियाणा सरकार प्रतिबद्ध है।
“नशा न केवल व्यक्ति को, बल्कि पूरे परिवार को तोड़ देता है। यह सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से समाज को खोखला करता है।”
उन्होंने कहा कि ड्रग फ्री हरियाणा साइक्लोथॉन 2.0 केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत है, जो आने वाले समय में हरियाणा के प्रत्येक गांव, हर घर, हर स्कूल और कॉलेज तक नशे के खिलाफ संदेश पहुंचाएगा।
साइक्लिस्ट्स में जोश भरते हुए बोले सीएम – ‘कितना बचा नहीं, कितना पार किया देखो’
सीएम सैनी ने साइक्लोथॉन में शामिल युवाओं से कहा:
“यह न सोचो कि मंज़िल कितनी दूर है, बल्कि ये देखो कि तुम अब तक कितनी दूर आ चुके हो। यही सोच तुम्हें मजबूती देगी और नशे के खिलाफ इस जंग को जीतने का जोश।”
सभी प्रतिभागियों को नशा न करने और दूसरों को रोकने की शपथ भी दिलाई गई। हेल्पलाइन नंबर 90508-91508, 1933 और मानस पोर्टल का भी प्रचार किया गया ताकि नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि की सूचना दी जा सके।
साइक्लोथॉन – बदलाव की रफ्तार और नई सोच की नींव
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यात्रा की शुरुआत 5 अप्रैल को हिसार से हुई थी
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अब तक यह भिवानी, दादरी, नारनौल, रेवाड़ी, नूंह, पलवल होते हुए फरीदाबाद पहुंची है
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27 अप्रैल तक राज्य के कोने-कोने में जाकर जन-जागरूकता फैलाएगी
फरीदाबाद में अब तक सबसे अधिक 49,111 लोगों ने पंजीकरण कराया है, जो इस अभियान की सफलता और लोकप्रियता को दर्शाता है।
“पिंक थीम” के साथ महिला शक्ति की भागीदारी को मिला बल
फरीदाबाद में यात्रा को पिंक थीम के साथ रवाना किया गया, ताकि महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व को भी इस अभियान में बढ़ावा मिले।
महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग – सभी की सक्रिय भागीदारी ने इसे जन-आंदोलन का रूप दे दिया।
सीएम ने जताया विश्वास – नशा मुक्त हरियाणा बनेगा मॉडल स्टेट
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर समाज नशे के खिलाफ एकजुट हो जाए, तो कानून से बड़ी ताकत जन चेतना की होती है। ड्रग्स की तस्करी पर रोक के लिए कड़े कानून पहले ही बनाए जा चुके हैं, अब जरूरत है सामूहिक प्रयासों की।
“जब एक युवा नशे से बचेगा, जब एक परिवार टूटने से बचेगा – तभी इस यात्रा की असली सफलता मानी जाएगी।”
खेल और सेहत का मेल – दो नई ALS एंबुलेंस की सौगात
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने CSR के तहत दो एडवांस लाइफ सपोर्ट (ALS) एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इन एंबुलेंस से अब फरीदाबाद जिले में कुल 23 एंबुलेंस उपलब्ध हो गई हैं, जिनमें 4 ALS, 7 BLS, 7 PTA, 4 किलकारी और 1 नियोनेटल वाहन शामिल हैं।
खिलाड़ियों की मौजूदगी से बढ़ा उत्साह
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ओलंपिक मेडल विजेता कर्णम मल्लेश्वरी
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अर्जुन अवार्डी पैरा एथलीट प्रणव सूरमा
इन खिलाड़ियों ने युवाओं का हौसला बढ़ाया और खुद भी ड्रग फ्री हरियाणा जैसे अभियान में शामिल होकर उदाहरण पेश किया।
अंत में सीएम की अपील – “बच्चों से खुलकर बात करें, उन्हें डराएं नहीं, समझाएं”
मुख्यमंत्री सैनी ने अभिभावकों, शिक्षकों, समाजसेवियों और युवाओं से अपील की:
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घर में नशे पर खुली चर्चा हो
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नशे के शिकार बच्चों को गले लगाएं, तिरस्कार नहीं करें
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स्कूलों, पंचायतों और शहरी निकायों में जागरूकता कार्यक्रमों की नियमित रूप से व्यवस्था हो
“नशे की लड़ाई अकेले नहीं जीती जा सकती, ये एकजुट होकर ही लड़ी जा सकती है – घर से लेकर गली तक, स्कूल से लेकर सोशल मीडिया तक।”