EPFO ने प्रोफाइल अपडेट प्रक्रिया को किया सरल, अब बदलाव बिना Employer Verification के संभव!

EPFO Profile Update Without Employer Verification
EPFO Profile Update Without Employer Verification : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपनी सदस्य प्रोफाइल अपडेट प्रक्रिया को पहले से अधिक सरल बना दिया है,
जिससे अब अधिकांश कर्मचारी बिना नियोक्ता सत्यापन (Employer Verification) के सीधे अपने विवरणों में बदलाव कर सकते हैं।
यह कदम डेटा की सटीकता सुनिश्चित करने और ईपीएफओ सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा सुधार है।

EPFO Profile Update Without Employer Verification : क्या है नई प्रक्रिया?

संशोधित नियमों के तहत, जिन सदस्यों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) आधार-सत्यापित है, वे अब खुद ही अपनी व्यक्तिगत जानकारी (Personal Information) अपडेट कर सकते हैं।
इसमें नाम, जन्म तिथि, लिंग, राष्ट्रीयता, वैवाहिक स्थिति और रोजगार विवरण जैसे महत्वपूर्ण विवरण शामिल हैं।
हालांकि, जिन सदस्यों ने 1 अक्टूबर 2017 से पहले अपना UAN प्राप्त किया है, उन्हें कुछ विशेष मामलों में नियोक्ता प्रमाणन की आवश्यकता होगी।

EPFO Profile Update Without Employer Verification :पहले की प्रक्रिया और बदलाव से लाभ

पहले, किसी भी विवरण में बदलाव के लिए नियोक्ता का अनुमोदन (Approval) आवश्यक होता था। इसके बाद ही अनुरोध को ईपीएफओ की स्वीकृति के लिए भेजा जाता था, जिससे लंबा समय लग जाता था और कई शिकायतें दर्ज होती थीं।
•ईपीएफओ के अनुसार, 27% शिकायतें प्रोफाइल अपडेट या केवाईसी  (KYC)  मुद्दों से संबंधित थीं।
•अब, आठ लाख वार्षिक सुधार अनुरोधों में से 45% को सीधे कर्मचारी द्वारा स्व-अनुमोदित (Self Approved) किया जा सकता है।
•इससे औसतन 28 दिन की देरी समाप्त होगी, जो नियोक्ता अनुमोदन (Employer Approval) में लगती थी।

नियोक्ताओं और कर्मचारियों के लिए क्या फायदे?

1.तेजी से प्रोफाइल अपडेट: ऑनलाइन अपडेट की प्रक्रिया अब अधिक तेज और सरल होगी।
2.शिकायतों में कमी: प्रोफाइल/केवाईसी से जुड़ी समस्याओं की शिकायतों में बड़ी गिरावट आने की उम्मीद।
3.नियोक्ताओं का कार्यभार कम होगा: सत्यापन प्रक्रिया के सरलीकरण से नियोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।
4.डेटा की सटीकता और सुरक्षा: त्रुटियों की संभावना कम होगी, जिससे कर्मचारियों को निर्बाध सेवाएं मिलेंगी।
5.व्यवसाय करने में आसानी: सरल प्रक्रिया से संगठनों के लिए कर्मचारी प्रबंधन आसान होगा।

ईपीएफओ की नई पहल से जीवनयापन होगा आसान

EPFO ने इस नई प्रक्रिया को लागू कर कर्मचारियों और नियोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत प्रदान की है।
अब सदस्यों को अपने प्रोफाइल अपडेट के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा
और स्व-अनुमोदन की सुविधा से उनका समय भी बचेगा।
इससे व्यवसाय करने में आसानी और डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को मजबूती मिलेगी।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे किसी भी कानूनी या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
कृपया किसी भी निर्णय से पहले संबंधित अधिकारियों से परामर्श करें।