हाथी का तहलका, केरल के एक उत्सव में आए लोगों को पटक-पटककर फेंका !

Kerala Elephant Attack

Kerala Elephant Attack – क्या आप सोच सकते है कि आप अपने परिवार के साथ एक बहुत ही शानदार उत्सव में गए है,

वहां अचानक एक हाथी को गुस्सा आ जाता है और वह लोगों को उठा कर पटकने लगता है।

एक ऐसा ही मामला सामने आया है केरल से जहाँ रात के अंधेरे में, तिरुर के पुदियांगडी उत्सव में जब लोग खुशी से झूम रहे थे,

तभी एक हाथी ने ऐसी तबाही मचाई कि सबके होश उड़ गए।

Kerala Elephant Attack – 17 लोग घायल

इस घटना में 17 लोग घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

यह सब उस समय हुआ जब मस्जिद के पास BP अंगडी उत्सव के दौरान पांच हाथी सजे धजे स्वर्ण कपड़ों के साथ लोगों के बीच से गुजर रहे थे।

लोग अपने कैमरों से इस शानदार दृश्य को कैद करने में लगे थे,

लेकिन तभी एक हाथी—जिसका नाम पक्कथु श्रीकुट्टन है, उसने अचानक गुस्से में आकर उथल-पुथल मचा दी।

हाथी का महावत उसे शांत करने की पूरी कोशिश करता रहा, लेकिन हाथी की स्थिति बेकाबू हो चुकी थी।

वह भीड़ में घुसा और लोगों को अपनी सूंड से हवा में उछालने लगा।

एक व्यक्ति को हाथी ने उठाकर फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल भेजा गया, और अब उस व्यक्ति का इलाज चल रहा है।

उत्सव और धार्मिक आयोजनों में

ये सब तब हुआ जब लोग भागने की कोशिश कर रहे थे और अफरातफरी मच गई।

हाथी के गुस्से ने ऐसा कहर मचाया कि लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे।

कुछ लोग हाथी को काबू करने के लिए चेन से उसे बांधने की कोशिश कर रहे थे,

लेकिन लगभग दो घंटे तक उस हाथी को शांत नहीं किया जा सका। आखिरकार, हाथी को एक खंभे के पास बांधकर शांत किया गया।

यह घटनाएँ हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि आखिरकार हमारे उत्सव और धार्मिक आयोजनों में जंगली जानवरों को शामिल करने से क्या खतरे हो सकते हैं?

क्या इस तरह की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता? सवाल यह उठता है—क्या इन हाथियों को भी सुरक्षित रखा जा सकता है,

या हमें खुद अपनी सुरक्षा के लिए कुछ गंभीर कदम उठाने होंगे?