दिल्ली में बिजली का झटका! मई-जून में 10% तक बढ़ सकते हैं बिजली बिल, जानिए कैसे पड़ेगा असर!

चंडीगढ़, 13 मई: दिल्ली के लाखों घरों पर इस भीषण गर्मी में अब बिजली के बिल का झटका भी पड़ने वाला है। मई और जून 2024 के दौरान दिल्लीवासियों को अपने बिजली बिल में 7% से लेकर 10% तक की बढ़ोतरी झेलनी पड़ सकती है। वजह है – बिजली कंपनियों द्वारा Power Purchase Adjustment Cost (PPAC) में किया गया नया संशोधन।

क्या है PPAC और क्यों बढ़ी बिजली की कीमतें?

PPAC (पावर परचेज एडजस्टमेंट कॉस्ट) वह अतिरिक्त लागत है, जिसे बिजली कंपनियां तब जोड़ती हैं जब बिजली उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले ईंधनों (जैसे कोयला, गैस) की कीमतें बढ़ती हैं। ये लागतें सीधी उपभोक्ताओं पर डाल दी जाती हैं।

दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (DERC) ने राजधानी की तीनों बड़ी डिस्कॉम कंपनियों को संशोधित PPAC लागू करने की मंजूरी दे दी है:

डिस्कॉम कंपनी नई पीपीएसी दर
बीआरपीएल (BRPL) 7.25%
बीवाईपीएल (BYPL) 8.11%
टाटा पावर-DDL 10.47%

बिलों में कितना बढ़ेगा असर?

  • अब PPAC की कुल दर कुछ क्षेत्रों में 13% से ऊपर पहुंच चुकी है।

  • औसतन उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 0.43% से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है।

  • उदाहरण के लिए, यदि किसी घर में 287 यूनिट बिजली खर्च हुई है, तो पहले की तुलना में अब उन्हें अतिरिक्त 35-50 रुपये तक ज्यादा चुकाने पड़ सकते हैं।

NDMC क्षेत्र सबसे महंगा

दिल्ली के NDMC क्षेत्र (जहां VIP इलाका और सरकारी आवास शामिल हैं), वहां पर 50.86% PPAC लागू है – जो कि पूरे दिल्ली में सबसे ज्यादा है।
वहीं, टाटा पावर-DDL क्षेत्र में अब भी 19.22% की दर से PPAC वसूला जा रहा है।

रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने जताया विरोध

United Residents of Delhi (URD) के महासचिव सौरभ गांधी ने इस बढ़ोतरी को “मनमानी” बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि DERC ने बिना उचित सार्वजनिक प्रक्रिया के ये चार्ज बढ़ा दिए, जो नियमों के खिलाफ है। URD ने इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की है।

उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए?

अपने बिजली बिल में ‘PPAC’ सेक्शन जरूर देखें – यहां आपको पता चलेगा कि आपसे कितनी अतिरिक्त राशि वसूली जा रही है।

बिजली की खपत कम करें – कम यूनिट इस्तेमाल करने पर PPAC का असर भी कम महसूस होगा।

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