पंजाब सरकार का शिक्षा महाकुंभ: भगवंत सिंह मान का वादा, छात्रों की तकदीर बदलेगा स्मार्ट स्कूल!

Bhagwant Mann Education Decision

Bhagwant Mann Education Decision : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य सरकार का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, जिससे उनकी तकदीर बदल सके।

मुख्यमंत्री ने आज यहां माल रोड पर स्थित शहीद मेजर रविइंदर सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।

Bhagwant Mann Education Decision : स्कूल भवन का निर्माण 11 करोड़ रुपये की लागत से

मुख्यमंत्री मान ने बताया कि इस नए स्कूल भवन का निर्माण 11 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है,

जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी सहित 73 कमरे शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यह स्कूल बठिंडा में लड़कियों का सबसे बड़ा और इकलौता स्कूल है,

जहां वर्तमान में 2200 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।

उन्होंने कहा, “पहले माता-पिता सरकारी स्कूलों पर विश्वास नहीं करते थे,

लेकिन अब ये स्कूल शिक्षा के मंदिर बन गए हैं।

आज बड़ी संख्या में छात्र कॉन्वेंट स्कूलों से सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं।”

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए कहा

कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे को सर्वोच्च महत्व दिया जा रहा है।

भगवंत सिंह मान ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं

कि छात्रों की भलाई के लिए सरकारी स्कूलों में बेहतर शैक्षिक प्रथाएं अपनाई जाएं।”

72 होनहार प्राइमरी अध्यापकों को फिनलैंड में पेशेवर प्रशिक्षण

पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में की गई अन्य पहलों का उल्लेख करते हुए,

उन्होंने बताया कि 202 प्रिंसिपलों और शिक्षा अधिकारियों के छह बैच को नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए सिंगापुर भेजा गया है।

इसके अतिरिक्त, पिछले सप्ताह 72 होनहार प्राइमरी अध्यापकों को फिनलैंड में पेशेवर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि पंजाब के छात्र विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त करें

और हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन करें।

” उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत 12,316 योग्य कर्मचारियों को नियमित किया है

और अप्रैल 2022 से अब तक 10,361 अध्यापकों की भर्ती की जा चुकी है।

भगवंत सिंह मान ने बताया कि स्कूल की सुरक्षा और साफ-सफाई के लिए लगभग 82 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि कुल 118 सरकारी स्कूलों को “स्कूल ऑफ एमिनेंस” के रूप में तब्दील किया जा रहा है

और सभी सरकारी स्कूलों में हाई-स्पीड फाइबर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने छात्रों को मुफ्त यूनिफॉर्म प्रदान करने के लिए 35 करोड़ रुपये का बजट जारी करने की जानकारी दी

और बताया कि सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को यूनिफॉर्म वितरित की जा चुकी हैं।

भगवंत सिंह मान ने इस मौके पर एक स्पष्ट संदेश दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की ये पहलकदमी केवल छात्रों की तकदीर ही नहीं,

बल्कि पूरे पंजाब का भविष्य संवारने का कार्य करेगी।

अब देखना यह है कि ये प्रयास पंजाब की शिक्षा प्रणाली को कितनी ऊँचाई पर ले जाते हैं।