चंडीगढ़, 23 मई – पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर प्रदेश में पारदर्शिता और ईमानदारी की शासन व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम में न कोई अपवाद होगा और न ही कोई राहत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चाहे वह कोई सरकारी अधिकारी हो या फिर किसी राजनीतिक दल से जुड़ा प्रभावशाली व्यक्ति – यदि वह भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को खोखला करता है, बल्कि आम लोगों के विश्वास को भी गहरा नुकसान पहुंचाता है। “जब किसी ईमानदार करदाता की गाढ़ी कमाई से जुटाए गए संसाधनों को कुछ लोग अपनी निजी हवस के लिए लूटते हैं, तो यह समाज के साथ विश्वासघात होता है। हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे,” उन्होंने सख्त लहजे में कहा।
भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री का पद संभालते समय राज्य के नागरिकों से यह वादा किया था कि उनकी सरकार ईमानदारी की मिसाल पेश करेगी और भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जाएगा। “हमारी नीति साफ है – जो भी इस गुनाह में शामिल होगा, चाहे वह हमारा अपना ही क्यों न हो, उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते कुछ समय में की गई कार्रवाइयाँ इस बात का प्रमाण हैं कि सरकार किसी के प्रभाव या संबंधों के दबाव में आने वाली नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सत्ता या विपक्ष से जुड़े होने से किसी को कानून से ऊपर नहीं समझा जाना चाहिए।
मान ने यह भी बताया कि आज की कार्रवाई ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के विरुद्ध नहीं, बल्कि उस सड़े-गले सिस्टम के खिलाफ है जो वर्षों से आम लोगों को परेशान करता आया है। “हम न सिर्फ भ्रष्टाचारियों को बेनकाब कर रहे हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि आगे से कोई इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके।”
जनता से सीधी अपील: “आपकी भागीदारी से ही बदलेगा सिस्टम”
अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने आम जनता से अपील की कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही इस मुहिम का सक्रिय हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि यदि कोई सरकारी कर्मचारी या अधिकारी जानबूझकर किसी कार्य में देरी कर रहा है, या फिर अवैध रूप से पैसे की मांग कर रहा है, तो जनता को चाहिए कि वे बिना किसी भय के ऐसे लोगों की शिकायत दर्ज करवाएं। “सरकार आपके साथ है, और हम सुनिश्चित करेंगे कि भ्रष्ट तत्त्वों को उनकी सही जगह दिखाई जाए।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ रसूखदार नेता और अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर व्यापारियों व आम नागरिकों को धमकाते हैं, उनसे अवैध वसूली करते हैं। ऐसे मामलों में सरकार पूरी ताकत से कार्रवाई करेगी और किसी को नहीं छोड़ा जाएगा।
उन्होंने दोहराया कि यह लड़ाई लंबी जरूर है, लेकिन इसमें सफलता निश्चित है। “भ्रष्टाचार दीमक की तरह है जो हमारे सिस्टम को खा रहा है। हम इस दीमक को जड़ से खत्म करेंगे। यह केवल एक राजनीतिक वादा नहीं, बल्कि पंजाब की जनता से किया गया हमारा नैतिक दायित्व है।”