चंडीगढ़, 7 मार्च: जिले में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एसएएस नगर पुलिस ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ से सटी सभी अंतरराज्यीय सीमाओं पर विशेष नाके लगाकर वाहनों की सघन जांच की।
एसएसपी दीपक पारीक ने जगतपुरा यूटी सीमा पर लगे नाके का निरीक्षण किया और कहा कि यह अभियान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के वादे और पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव के निर्देशों के तहत चलाया गया है। उन्होंने बताया कि “ऑपरेशन सील” दोपहर 1 बजे तक जारी रहा और इसे “ऑपरेशन कासो” के साथ मिलाकर संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा, नशा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई, मेडिकल दुकानों की जांच और संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी अभियान भी तेज कर दिए गए हैं।
450 नशा तस्कर गिरफ्तार, 350 से अधिक मामले दर्ज
एसएसपी पारीक ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट के तहत जिले में पिछले एक साल में 350 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें 450 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने दोहराया कि युवाओं और निर्दोष लोगों को नशे के जाल से बचाने के लिए पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है और नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
700 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त, नशे से बने निर्माणों पर बुलडोजर कार्रवाई
एसएसपी ने कहा कि पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है जिसने नशे के अवैध कारोबार से अर्जित संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की है। अब तक 700 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। इसके अलावा, नशे से अर्जित धन से बने निर्माणों को ध्वस्त करने का अभियान भी चलाया जा रहा है, जिससे नशा तस्करों को कड़ा संदेश दिया जा सके।
नागरिकों को नशे के खिलाफ किया जा रहा जागरूक
उन्होंने कहा कि अभियान “संपर्क” के तहत नागरिकों को नशे के दुष्प्रभावों और अपराधियों की पहचान के प्रति जागरूक किया जा रहा है। यह पहल युवाओं को नशे की दलदल से बचाने और अपराधमुक्त समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस मौके पर एसपी (सिटी) हरबीर सिंह अटवाल और डीएसपी मोहाली हरसिमरन सिंह बल भी मौजूद रहे।