Dr. Yash Garg ने कहा कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2024 को चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने मतदान प्रक्रिया में शामिल टीम के सदस्यों को बताया कि उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है,
इसलिए उनका आचार, विचार और व्यवहार उत्कृष्ट होना चाहिए।
“आप सभी संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने प्रशिक्षण सत्र में बताया कि ईवीएम मशीनों और अन्य आवश्यक फॉर्म्स का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
“फॉर्म को सही तरीके से भरने से चुनाव प्रक्रिया आसान हो जाएगी,” उन्होंने जोर दिया।
सभी अधिकारियों को सलाह दी गई कि वे उम्मीदवारों के एजेंटों के सामने फॉर्म भरें और उनके हस्ताक्षर लें।
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Dr. Yash Garg ईवीएम मशीनों के संबंध में भी सतर्क रहने की बात
डा. यश गर्ग ने ईवीएम मशीनों के संचालन के संबंध में भी सतर्क रहने की बात कही।
उन्होंने कहा कि पहले मोरकपोल का आयोजन होना चाहिए, जिसमें उम्मीदवारों के एजेंटों की उपस्थिति अनिवार्य है।
मोरकपोल के संपन्न होने के बाद, सीयू और वीवीपैट को ध्यान से क्लीयर करना होगा,
और क्लीयर होने के बाद ही मोरकपोल सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सभी टीमों को मतदान केंद्रों पर जाते समय और लौटते समय सरकारी वाहन का ही उपयोग करना होगा।
“सभी अधिकारी एक-दूसरे का सहयोग करते हुए मतदान कार्य को संपन्न करें,” उन्होंने कहा।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह भी बताया कि मतदान केंद्रों पर वोट का रिकार्ड विभिन्न तरीकों से रखा जाएगा और सभी रिकार्ड में समानता होनी चाहिए।
अधिकारियों को सलाह दी गई कि किसी भी समस्या या अव्यवस्था की स्थिति में तुरंत सेक्टर अधिकारी से संपर्क करें।
“10 मिनट के भीतर सेक्टर अधिकारी आपकी सहायता के लिए मौजूद होंगे,” उन्होंने आश्वासन दिया।
डा. यश गर्ग : मतदान केंद्र में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र
मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
डा. यश गर्ग ने बताया कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, पीठासीन अधिकारी मतदान केंद्र में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
मतदान केंद्र पर किसी भी अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा।
केवल जिला निर्वाचन अधिकारी, पुलिस उपायुक्त, रिटर्निंग अधिकारी और प्रत्याशियों के एजेंटों को ही अनुमति होगी।
सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती की गई है, और मतदान केंद्रों के बाहर पुलिस के जवान भी मौजूद रहेंगे।
मतदाता अपने साथ आईडी कार्ड और मतदान पर्ची लेकर ही आ सकते हैं,
और मतदान केंद्र में किसी भी वस्तु को लाने पर रोक होगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पंचकूला में 455 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं,
जिनमें 2548 अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
हर मतदान केंद्र के लिए 637 टीमों का गठन किया गया है,
जिसमें एक पीठासीन, एक सहायक पीठासीन और दो पोलिंग अधिकारी शामिल होंगे।
इस रिहर्सल में कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे,
जैसे एसडीएम रिटर्निंग अधिकारी कालका राजेश पुनिया और एसडीएम पंचकूला गौरव चैहान।
इस प्रकार, पंचकूला में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं,
और सभी अधिकारी मिलकर एक सफल और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तत्पर हैं।