हर्बल व फ्लावर चिकित्सा: न्यूरोलॉजिकल विकारों के लिए एक नई उम्मीद!

Herbal And Flower Therapy : जालंधर के Dr. Jaswinder Singh की हर्बल व फ्लावर चिकित्सा न्यूरोलॉजिकल विकारों जैसे ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार, स्पीच डिसऑर्डर, सेरेब्रल पाल्सी जैसी गंभीर स्थितियों का प्रभावी उपचार साबित हो रही है।
यह चिकित्सा पद्धति उन बच्चों के लिए नई उम्मीद बन गई है, जिन्हें एलोपैथिक उपचार से कोई लाभ नहीं मिला।

Dr. Jaswinder Singh : मुफ्त उपचार के माध्यम से मदद

डॉ. जसविंदर सिंह के ई-बायो केयर और गुरु नानक चैरिटेबल संस्था द्वारा यह सेवा जरूरतमंद बच्चों के लिए पूरी तरह नि:शुल्क प्रदान की जा रही है।
उनके काम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है,
जिसमें नेशनल हेल्थकेयर अवार्ड और मेंटल हेल्थ एंड वेलनेस एक्सीलेंस अवार्ड शामिल हैं।

Herbal And Flower Therapy : भारत में बढ़ते ऑटिज्म के मामले

डॉ. जसविंदर ने इंडियन पेडियाट्रिक जर्नल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि भारत में हर 68 में से 1 बच्चा ऑटिज्म से प्रभावित है।
यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है, जो समाज और चिकित्सा जगत के लिए एक बड़ी चुनौती है।
हर्बल व फ्लावर चिकित्सा में विशेष जड़ी-बूटियों और फ्लावर एक्सट्रैक्ट्स का उपयोग किया जाता है,
जो मस्तिष्क को सक्रिय करने में मदद करते हैं।
•सेरेब्रल पाल्सी: यह स्थिति गर्भावस्था के दौरान मस्तिष्क की क्षति के कारण होती है।
यह चिकित्सा मस्तिष्क को धीरे-धीरे सक्रिय करने का कार्य करती है।
•ऑटिज्म और स्पीच डिसऑर्डर में यह चिकित्सा बच्चों के व्यवहार, बोलने की क्षमता और सामान्य गतिविधियों में सुधार लाती है।

Herbal And Flower Therapy : सफल केस स्टडीज

केस 1: आयुष (सुल्तानपुर लोधी)

चार साल का आयुष ऑटिज्म से पीड़ित था। कई अस्पतालों में उपचार के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ।
डॉ. जसविंदर सिंह के उपचार के दो सत्रों के बाद, आयुष ने बोलना शुरू कर दिया और उसकी गतिविधियों में सकारात्मक बदलाव आया।

केस 2: संजय कुमार का बेटा (लुधियाना)

चार वर्षों से ऑटिज्म का शिकार बच्चा विभिन्न थैरेपी से कोई फायदा नहीं उठा सका।
हर्बल चिकित्सा के तीन महीने के उपचार के बाद, उसकी स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखा गया।

Dr. Jaswinder Singh की अपील

डॉ. जसविंदर ने कहा, “हर्बल व फ्लावर चिकित्सा असाध्य न्यूरोलॉजिकल विकारों के लिए एक प्रभावी समाधान है।
यह पद्धति न केवल मस्तिष्क को सक्रिय करती है बल्कि बच्चों को जीवन जीने का नया तरीका भी सिखाती है।
ऐसे परिवार जिनके बच्चे ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी या अन्य विकारों से पीड़ित हैं, वे इस चिकित्सा का लाभ उठा सकते हैं।”
हर्बल व फ्लावर चिकित्सा ने न्यूरोलॉजिकल विकारों के इलाज में नई क्रांति लाई है।
डॉ. जसविंदर सिंह का काम यह साबित करता है कि प्राकृतिक उपचार पद्धतियां असाध्य माने जाने वाले रोगों के लिए आशा की किरण बन सकती हैं।
यह पद्धति न केवल विज्ञान और प्रकृति का मेल है, बल्कि उन परिवारों के लिए राहत है,
जो अपने बच्चों की बेहतरी की तलाश में हैं।
Sakshi Dutt:

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