National Ayurveda Day : सेक्टर 35, चंडीगढ़ स्थित म्यूनिसिपल भवन में आयोजित 9वें नेशनल आयुर्वेद डे और धन्वंतरि डे पर मुख्य अतिथि Dr. Balbir सिंह ने कहा कि आयुर्वेद सिर्फ एक चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि जीने की कला है।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार मोहल्ला क्लीनिक और वेलनेस सेंटर के माध्यम से आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
National Ayurveda Day : Dr. Balbir, जो स्वयं एक एलोपैथी डॉक्टर
डॉ. बलबीर, जो स्वयं एक एलोपैथी डॉक्टर हैं, ने कहा, “मैंने पिछले 40 वर्षों से आयुर्वेद को अपनाया है।
यह हमारे स्वास्थ्य के लिए एक सशक्त विकल्प है।
” इस अवसर पर, उन्होंने डॉ. विवेक आहूजा और डॉ. दीपम बत्ता को आयुर्वेद क्षेत्र में उनके योगदान के लिए धन्वंतरि अवार्ड से सम्मानित किया।
डायरेक्टरेट ऑफ आयुर्वेद पंजाब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. संजीव गोयल, रजिस्ट्रार, बोर्ड ऑफ आयुर्वेद,
पंजाब ने इस साल के नेशनल आयुर्वेद डे के थीम “आयुर्वेद इनोवेशन फॉर ग्लोबल हेल्थ” के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि इस थीम के माध्यम से आयुर्वेद को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए नवाचार को प्राथमिकता दी जाएगी।
डॉ. शैलेंद्र भरद्वाज : आयुर्वेद के क्षेत्र में अपने कार्यों के लिए सम्मानित डाक्टरों को बधाई
डॉ. शैलेंद्र भरद्वाज, नीमा प्रेस सचिव ने भी कार्यक्रम में भाग लिया,
जहां उन्होंने आयुर्वेद के क्षेत्र में अपने कार्यों के लिए सम्मानित डाक्टरों को बधाई दी।
कार्यक्रम में 200 से अधिक डॉक्टरों ने भाग लिया और भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना कर धन्वंतरि जयंती मनाई।
डॉ. बलबीर ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा
कि हमें आयुर्वेद को ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।
इस दिन का महत्व सिर्फ एक चिकित्सा पद्धति को मनाने तक सीमित नहीं है,
बल्कि यह हमें स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा भी देता है।
इस तरह, नेशनल आयुर्वेद डे का यह आयोजन न केवल आयुर्वेद के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक मंच है,
बल्कि यह हमें अपनी स्वास्थ्य प्रणाली में संतुलन लाने का भी अवसर प्रदान करता है।
क्या आप आयुर्वेद के फायदों को अपनी जीवनशैली में शामिल करने के लिए तैयार हैं?