Dollar Vs Rupees : भारतीय रुपया को लेकर एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है।
बता दें कि बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 84.282 के ऐतिहासिक निचले स्तर पर गिर गया,
जिसने पूरे बाजार को हिलाकर रख दिया है। ये अब तक की सबसे बड़ी गिरावटों में से एक है,
और रुपये का यह पतन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़े खतरे की घंटी है।
Dollar Vs Rupees : डोनाल्ड ट्रम्प की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत
इस विनाशकारी गिरावट के पीछे रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत को प्रमुख कारण माना जा रहा है,
जिससे उनके सख्त मुद्रास्फीतिकारी नीतियों की वापसी की आशंका बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन नीतियों से डॉलर में और मजबूती आएगी और रुपया और अधिक टूट सकता है,
जिससे अगले कुछ दिनों में 84.40 तक जाने की संभावना है।
एक दिन में 17 पैसे का झटका –
यह एक ऐसा झटका है जो पिछले चार महीनों में नहीं देखा गया। एक ही दिन में रुपया 17 पैसे निचे आ गया,
जिससे बाजार में हड़कंप मच गया। क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार,
दिन के दौरान रुपया 84.33 तक पहुंच गया था।
इस रिकॉर्ड गिरावट ने निवेशकों को परेशान कर दिया है,
जबकि फॉरेक्स डीलरों का मानना है कि रुपये की यह गिरावट केवल शुरुआत हो सकती है।
आयातकों में हड़कंप, बाजार में अफरा-तफरी का माहौल –
बाजार में इस गिरावट से आयातक हताश हो रहे हैं, जो पहले से ही रुपये में गिरावट के चलते मुश्किल में थे।
इस गहरी गिरावट ने उन्हें भारी संकट में डाल दिया है, और बाजार में बिकवाली की लहर चल पड़ी है।
अर्थव्यवस्था पर खतरे की घंटी –
डॉलर की ओर बढ़ता निवेश, अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में वृद्धि और रुपये की लगातार गिरावट ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर संकट का बादल छा दिया है।
अगर डॉलर ऐसे ही मजबूत होता रहा, तो भारतीय बाजारों से निवेशकों की निकासी और तेज हो सकती है,
जिससे रुपये का स्तर और गिर सकता है।
रुपये की इस ऐतिहासिक गिरावट ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं,
और अगर इसे थामने के उपाय नहीं किए गए तो आने वाले समय में भारतीय बाजार पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।