पंचकुला की Pharma Industry ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
Pharma Industry के प्रतिनिधियों ने कांग्रेस के प्रत्याशी चंद्र मोहन को एक 12 फुट लंबे इंजेक्शन के रूप में एक मांग पत्र सौंपा,
जिसमें पंचकुला को स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईज़ेड) बनाने की अपील की गई।
यह कदम विकास और निवेश के नए अवसर लाने के लिए उठाया गया है।
इस विशेष मुलाकात में चंद्र मोहन ने एमके भाटिया के ऑफिस में फार्मा मैन्युफैक्चरर्स और ट्रेडर्स के साथ विचार-विमर्श किया।
सभी प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री को और मजबूत करने के लिए एसईज़ेड की मांग की।
उनका मानना है कि ऐसा करने से उद्योग में नई जान आएगी और निवेश के रास्ते खुलेंगे।
Pharma Industry: चंद्र मोहन ने मुद्दों पर चर्चा की
इस दौरान, चंद्र मोहन ने फार्मा इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर उनके मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि पंचकुला के विकास को प्राथमिकता दी जाएगी
और उनकी जीत के बाद इन मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
फार्मा इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने भी चंद्र मोहन को अपने समर्थन का आश्वासन दिया।
इंडस्ट्रियल एरिया फेस 1 में आयोजित इस कार्यक्रम में फार्मा इंडस्ट्री के कई प्रमुख चेहरे मौजूद थे।
उन्होंने चंद्र मोहन से मुलाकात के दौरान अपनी मांगों का ज्ञापन एक अनोखे अंदाज में पेश किया।
इस मांग पत्र को एक बड़ी सिरिंज के रूप में प्रस्तुत किया गया,
जो फार्मा क्षेत्र की जरूरतों का प्रतीक था।
इस अवसर पर, एमके भाटिया ने चंद्र मोहन को भावी डिप्टी मुख्यमंत्री बनने की शुभकामनाएं दी।
सभी ने एकजुट होकर पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री की संभावनाओं को उजागर किया
और इसे मजबूत बनाने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री का मानना
पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री का मानना है कि स्पेशल इकोनॉमिक जोन से न केवल आर्थिक विकास होगा,
बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
इस तरह की पहलों से न केवल उद्योग को मजबूती मिलेगी, बल्कि शहर की समृद्धि भी सुनिश्चित होगी।
इस मांग को लेकर सभी प्रतिनिधियों में उत्साह देखा गया। उन्होंने एक स्वर में कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी होती हैं,
तो पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।
चंद्र मोहन ने भी अपनी प्रतिबद्धता जताई और कहा कि उनकी कोशिशें इस दिशा में लगातार जारी रहेंगी।
पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री के लिए यह एक सुनहरा मौका है,
जो आगे चलकर विकास और निवेश के नए रास्ते खोल सकता है।
सभी की नजरें अब चुनाव परिणामों पर हैं, जो तय करेंगे कि यह सपना कब साकार होगा।
इससे साफ है कि पंचकुला की फार्मा इंडस्ट्री का भविष्य उज्ज्वल है,
बस जरूरत है एक मजबूत पहल की।