Delhi Elections 2025: नई दिल्ली विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल चौथी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
लेकिन इस बार मुकाबला आसान नहीं दिख रहा।
बीजेपी के प्रवेश सिंह और कांग्रेस के संदीप दीक्षित के सामने केजरीवाल को कड़ी चुनौती मिल रही है।
Delhi Elections 2025: शुरुआती बढ़त के बाद अब केजरीवाल पीछे
चुनाव के पहले कुछ दौर की मतगणना में अरविंद केजरीवाल ने थोड़ी बढ़त बनाई थी,
लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी, बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश सिंह ने बाजी मार ली।
अब तक के नतीजों के अनुसार, सातवें राउंड की गिनती के बाद केजरीवाल 238 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
वहीं, प्रवेश सिंह 12,388 वोटों के साथ आगे हैं।
कांग्रेस के संदीप दीक्षित काफी पीछे चल रहे हैं और उनकी स्थिति फिलहाल कमजोर नजर आ रही है।
2013 में शीला दीक्षित को हराने वाले केजरीवाल इस बार मुश्किल में?
नई दिल्ली सीट अरविंद केजरीवाल के लिए ऐतिहासिक रही है।
2013 में उन्होंने इसी सीट से दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को हराया था और अपनी मजबूत राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।
इसके बाद 2015 और 2020 में भी उन्होंने इस सीट से बड़ी जीत दर्ज की थी।
लेकिन इस बार बीजेपी के आक्रामक प्रचार अभियान और लगातार उठ रहे भ्रष्टाचार के मुद्दों के बीच उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है।
दिल्ली में बीजेपी की बढ़त, AAP के लिए खतरे की घंटी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार बड़ा उलटफेर होता दिख रहा है।
शुरुआती रुझानों में बीजेपी 42 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि AAP 28 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।
कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला है। अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो दिल्ली में बीजेपी 27 साल बाद सत्ता में वापसी कर सकती है।
Delhi Elections 2025: AAP के बड़े चेहरे पिछड़ रहे
दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता मुश्किल में नजर आ रहे हैं।
मनीष सिसोदिया, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, सोमनाथ भारती, सत्येंद्र जैन और खुद अरविंद केजरीवाल अपनी-अपनी सीटों पर पीछे चल रहे हैं।
कई सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने जबरदस्त बढ़त बना ली है, जिससे AAP खेमे में चिंता बढ़ गई है।
Delhi Elections 2025: कांग्रेस का खेल खत्म?
दिल्ली में कांग्रेस की हालत इस बार और भी खराब नजर आ रही है।
शुरुआती रुझानों के अनुसार, पार्टी अभी तक एक भी सीट पर आगे नहीं है।
संदीप दीक्षित जैसे बड़े नेता भी अपनी सीट पर संघर्ष कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी से जब दिल्ली चुनाव के रुझानों पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, “मुझे जानकारी नहीं है, मैंने अभी तक नतीजे नहीं देखे।
” कांग्रेस के इस ठंडे रुख से साफ है कि पार्टी ने शायद पहले ही हार मान ली थी।
बीजेपी कार्यालय में जश्न की तैयारी!
दिल्ली में बीजेपी कार्यकर्ताओं के चेहरे खिले हुए हैं। बीजेपी कार्यालय में मिठाइयां मंगवाई जा रही हैं और जश्न की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
अगर बीजेपी बहुमत हासिल कर लेती है, तो दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी सरकार बनेगी और आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगेगा।
क्या केजरीवाल फिर पलटवार करेंगे?
हालांकि चुनावी मुकाबला अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
अरविंद केजरीवाल अपनी रणनीति के लिए मशहूर हैं और कई बार चुनावी ट्रेंड्स आखिरी वक्त में बदल जाते हैं।
अब देखना होगा कि क्या केजरीवाल कोई बड़ा दांव खेलते हैं या फिर इस बार दिल्ली की सत्ता उनके हाथ से निकल जाएगी।
(अपडेट जारी है, मतगणना के ताजा नतीजों के लिए जुड़े रहें…)