चंडीगढ़, 27 मई: दीनबंधु छोटू राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल (सोनीपत) के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के छात्र-छात्राओं ने हाल ही में राष्ट्रीय कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (NABI), मोहाली का शैक्षणिक दौरा किया।
इस एक्सपोज़र विज़िट में विश्वविद्यालय के एमएससी और बीटेक जैव प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम के कुल 28 छात्र और एक शोधार्थी शामिल हुए। यह प्रतिनिधिमंडल एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अदिति आर्य के नेतृत्व में 26 अप्रैल को एनएबीआई पहुंचा।
उद्देश्य: प्रयोगशाला से कक्षा तक ज्ञान का विस्तार
इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को कृषि और खाद्य जैव प्रौद्योगिकी में हो रहे अत्याधुनिक अनुसंधानों से परिचित कराना था। एनएबीआई, जो कि भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा स्थापित देश का पहला कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान है, ने छात्रों को नई सोच, नवाचार और शोध की दिशा में प्रेरित किया।
छात्रों ने इस विज़िट को “शैक्षणिक रूप से अत्यंत समृद्ध अनुभव” बताया। उन्हें प्रयोगशालाओं, अनुसंधान सुविधाओं और चल रहे प्रोजेक्ट्स की प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त हुई। यह अनुभव न केवल उनकी पुस्तक आधारित पढ़ाई को सुदृढ़ करता है, बल्कि उन्हें व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी परिपक्व बनाता है।
सहयोग की ओर कदम: विश्वविद्यालय और एनएबीआई के बीच नवाचार की संभावनाएं
यह दौरा एनएबीआई और डीसीआरयूएसटी के बीच संभावित अकादमिक सहयोग और नवाचार के नए द्वार खोल सकता है। तकनीकी शिक्षा निदेशालय, पंचकूला की ओर से अतिरिक्त निदेशक श्री अनिल कुमार सेहरावत और संयुक्त निदेशक श्री बलवान सिंह ने इस दौरे के समन्वय में सक्रिय भूमिका निभाई।
वहीं, एनएबीआई की ओर से वैज्ञानिक-डी डॉ. अमित कुमार राय और वैज्ञानिक-सी डॉ. संजना नेगी ने पूरे कार्यक्रम को सुचारु रूप से संपन्न कराया।
राज्य स्तरीय तकनीकी शिक्षा में सुधार के प्रयास
यह एक्सपोज़र विज़िट हरियाणा राज्य द्वारा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों और शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता का अनुभव प्रदान करने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है।
तकनीकी शिक्षा विभाग, हरियाणा ने उच्चतर शिक्षा के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग और तकनीकी शिक्षा महानिदेशक श्री प्रभजोत सिंह के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, जिनका उद्देश्य है – छात्रों की रोज़गार योग्यता बढ़ाना और शिक्षकों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।
शिक्षकों की आईआईटी दिल्ली विज़िट भी बनी प्रेरणा स्रोत
इसी कड़ी में, 10 फरवरी 2025 को हरियाणा के उच्च शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने सरकारी पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों के 60 फैकल्टी सदस्यों को आईआईटी दिल्ली के एक्सपोज़र विज़िट के लिए रवाना किया था।
इस पहल के तहत फरवरी से अप्रैल 2025 तक 380 से अधिक फैकल्टी ने चरणबद्ध ढंग से आईआईटी का दौरा किया, जहां उन्होंने उच्च शिक्षा, अनुसंधान और तकनीकी नवाचारों की दुनिया को नज़दीक से देखा।
सेमी-कंडक्टर लैब मोहाली में भी छात्रों का अध्ययन दौरा
इसके अतिरिक्त, 24 अप्रैल 2025 को हरियाणा के इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 24 छात्रों को सेमी-कंडक्टर प्रयोगशाला (SCL), मोहाली में एक्सपोज़र विज़िट पर ले जाया गया। यह लैब भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (MeitY) के अधीन कार्य करती है और ASIC, MEMS व Opto-electronics में भारत की एकमात्र एंड-टू-एंड चिप फैब्रिकेशन सुविधा है।
भविष्य की दिशा: नए संगठनों के साथ साझेदारी
प्रवक्ता के अनुसार, विश्वविद्यालय अब और भी अधिक प्रतिष्ठित संगठनों जैसे कि:
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CSIR-CSIO, चंडीगढ़
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ISRO, अहमदाबाद
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STPI, गुरुग्राम
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CSIR-IMTECH, चंडीगढ़
के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने की दिशा में कार्य कर रहा है।