चंडीगढ़, 12 मार्च: जिले में आगामी खरीफ मंडीकरण सीजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने आज आढ़तियों और ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक की। बैठक में मंडियों में होने वाली गेहूं की खरीद और उससे जुड़ी व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई।
समस्याओं के समाधान का दिलाया भरोसा
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि खरीद सीजन शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं ताकि किसानों और व्यापारियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने खरीद एजेंसियों को मंडी स्तर पर भी बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि आढ़तियों की स्थानीय समस्याओं का समाधान किया जा सके।
मंडियों में खरीद और उठान के पूरे होंगे इंतजाम
डीसी मित्तल ने आश्वासन दिया कि मंडियों से गेहूं की खरीद और उठान के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सहयोग करेगा। उन्होंने बताया कि बारदाने और अन्य जरूरी प्रबंध पहले ही कर लिए गए हैं। यदि किसी खरीद एजेंसी को आवंटित बारदाने का स्टॉक खत्म हो जाता है, तो वह अन्य एजेंसियों से बारदाना प्राप्त कर खरीद प्रक्रिया जारी रख सकती है।
1.37 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिले में 1.37 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक का अनुमान है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिले में 15 खरीद केंद्र (5 मुख्य यार्ड और 10 सब-यार्ड) स्थापित किए जाएंगे।
समन्वय और समय पर समाधान पर जोर
डीसी ने सभी एजेंसियों को निर्देश दिए कि स्थानीय स्तर पर कोई भी समस्या खरीद सीजन में रुकावट न बने। संभावित चुनौतियों का समाधान समय पर किया जाए ताकि किसानों और व्यापारियों को परेशानी न हो।
बैठक में एडीसी (जे) गीतिका सिंह, डीएफएससी नवरीत के अलावा डेराबस्सी, कुराली, लालडू और बनूड़ के आढ़ती एवं ट्रांसपोर्टर प्रतिनिधि उपस्थित रहे