Panchkula AQI : पंचकूला में वायु प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ने के बीच DC Monika Gupta ने प्रदूषण स्तर के नियंत्रण को लेकर लघु सचिवालय में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।
इस बैठक में प्रदूषण नियंत्रण के उपायों पर चर्चा की गई और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए।
Panchkula AQI : DC Monika Gupta
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बैठक में अधिकारियों से एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) की नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता जताई कि स्टोन क्रेशर, निर्माण कार्य
और अन्य प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की निगरानी की जाए और पानी का छिड़काव कर प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को जिले का एक्यूआई 200 दर्ज किया गया,
जबकि शनिवार को यह 181 था। 10 से 14 नवम्बर के बीच एक्यूआई 290 तक पहुँच गया था, जो कि चिंताजनक था।
हालांकि, हाल ही में हवा की दिशा में बदलाव आने से वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई गई है।
एक्यूआई दूसरे जिलों की तुलना में कम
उपायुक्त ने कहा कि फिलहाल जिले का एक्यूआई दूसरे जिलों की तुलना में कम है
और पिछले दो दिनों से इसमें सुधार हो रहा है।
ऐसे में, उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों में कक्षाएं जारी रहेंगी और पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आएगी।
शिक्षा विभाग से ब्लॉक वाइज रिपोर्ट ली गई, जिसमें यह सामने आया कि दो ब्लॉकों में वायु गुणवत्ता अच्छी है,
जबकि बाकी जिले में स्थिति सामान्य है।
मोनिका गुप्ता ने अधिकारियों को दिया आदेश
मोनिका गुप्ता ने अधिकारियों को आदेश दिया कि सभी कचरा उठाने वाले वाहनों, रेत, मिट्टी और अन्य सामग्री ले जाने वाले वाहनों को पूरी तरह से कवर करके सड़कों पर लाया जाए।
सड़कों पर पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि धूल और प्रदूषण की मात्रा कम हो सके।
साथ ही, आदेशों का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वेस्ट और पराली जलाने की घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।
प्रदूषण फैलाने वाली सभी गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण रखने की बात कही गई।
उपायुक्त ने जिलेवासियों से भी अपील की कि वे प्रदूषण से बचाव के उपायों का पालन करें और प्रदूषण को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग करें।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, नगर निगम की ज्वाइंट कमिशनर सिमरनजीत, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक,
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संध्या, और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रिजनल अधिकारी सुधीर मोहन भी मौजूद रहे।
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बैठक के दौरान इस बात की भी पुष्टि की
कि जिला में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी संबंधित विभाग सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं
और इस दिशा में जल्द ही और सुधार की उम्मीद जताई।