उपायुक्त मोनिका गुप्ता (DC Monika Gupta) के नेतृत्व में आज लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया,
जहां वर्षों से लंबित समस्याओं को सुना और उनका हल निकाला गया।
समाधान शिविर में आयु, आय, परिवार पहचान पत्र में सुधार, जाति प्रमाण पत्र, और भूमि विवाद जैसी शिकायतें दर्ज हुईं।
इस दौरान रविंद्र सिंह की 18 साल पुरानी भूमि विवाद की समस्या का समाधान किया गया।
उन्होंने 2006 में 1 बीघा 4 बिस्वा जमीन खरीदी थी, लेकिन रजिस्ट्री में गलत भूमि नंबर दर्ज हो गया।
वर्षों से वह शिकायतें करते रहे, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
आज समाधान शिविर में उनकी शिकायत का निपटारा किया गया, जिससे वह बेहद संतुष्ट नजर आए।
उपायुक्त का संदेश : DC Monika Gupta
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि पंचकूला जिले में नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए तीन जगहों पर समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं:
•नगर निगम कार्यालय: शहरी क्षेत्र के निवासियों के लिए।
•एसडीएम कार्यालय, कालका: ग्रामीण क्षेत्रों की शिकायतों के लिए।
•लघु सचिवालय: समस्त नागरिकों के लिए।
समाधान शिविर हर कार्यदिवस पर सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक लग रहे हैं।
उपायुक्त ने निवासियों से अपील की कि वे अपनी शिकायतें लेकर इन शिविरों में आएं और समाधान प्राप्त करें।
अन्य मामलों का समाधान : DC Monika Gupta
शिविर में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजन सिंगला और अन्य अधिकारियों ने कई शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की:
•रजत: अवैध कब्जे की शिकायत।
•वेदपाल: वृद्धावस्था पेंशन शुरू कराने की मांग।
•मनीष: गांव के सरपंच के खिलाफ शिकायत।
•संदीप सिंह: नक्शा पास कराने की समस्या।
•जसपाल: इंतकाल दर्ज करवाने की अर्जी।
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. विशाल सैनी,
और अन्य संबंधित अधिकारियों ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया
और संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
शिविर में अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी: DC Monika Gupta
समाधान शिविर में अधिकारियों ने मौके पर ही समस्याओं का निपटारा करने की कोशिश की और लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया।
उपायुक्त ने अधिकारियों से स्पष्ट निर्देश दिए कि नागरिकों की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाए
और प्रक्रिया में कोई लापरवाही न हो।
उपायुक्त ने कहा:
“हमारी कोशिश है कि प्रत्येक व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से लिया जाए और उसे जल्द से जल्द हल किया जाए।
इन समाधान शिविरों का उद्देश्य लोगों को प्रशासन के प्रति भरोसा दिलाना है
और उनकी परेशानियों का सरल और प्रभावी समाधान प्रदान करना है।”
समाज में सकारात्मक प्रभाव:
शिविर में आए लोगों ने समाधान प्रक्रिया की सराहना की।
विशेष रूप से रविंद्र सिंह जैसे मामलों का हल करना प्रशासन की सफलता को दर्शाता है।
इस पहल से न केवल समस्याएं सुलझ रही हैं
बल्कि नागरिकों और प्रशासन के बीच संवाद और भरोसे का नया रिश्ता बन रहा है।
आगे की योजना:
समाधान शिविर नियमित रूप से जारी रहेंगे और प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि हर शिकायत का निपटारा समय पर हो।
उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की कि वे अपनी समस्याओं को शिविर में लेकर आएं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।
इस शिविर ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब प्रशासन और नागरिक मिलकर काम करते हैं, तो हर समस्या का समाधान संभव है।