मोरनी पंचायत समिति अध्यक्ष पद चुनाव के लिए 26 नवम्बर को होगी अहम बैठक!

Panchkula AQI : DC  Monika Gupta

उपायुक्त मोनिका गुप्ता (DC  Monika Gupta) ने बताया कि पंचायत समिति मोरनी के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर 26 नवम्बर 2024 को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी।

यह बैठक पंचायत समिति मोरनी के कार्यालय कक्ष में दोपहर 12 बजे से शुरू होगी,

और इसमें सभी वार्ड सदस्यों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि 13 नवम्बर 2024 को पंचायत समिति मोरनी की पूर्व अध्यक्ष, निशा देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था,

जिसके बाद अध्यक्ष पद रिक्त हो गया है।

अब इस रिक्त पद को भरने के लिए पंचायत समिति के सदस्यों की बैठक बुलाई जा रही है,

जिसमें चुनाव की प्रक्रिया पर चर्चा की जाएगी।

बैठक में भाग लेने के लिए पंचायत समिति मोरनी के सभी वार्डों के सदस्य निम्नलिखित रूप से सूचित किए गए हैं:

  • वार्ड नंबर 1: गुलाब सिंह
  • वार्ड नंबर 2: अंजना शर्मा
  • वार्ड नंबर 3: कमल सिंह
  • वार्ड नंबर 4: सोनिया
  • वार्ड नंबर 5: प्रताप सिंह
  • वार्ड नंबर 6: निशा देवी
  • वार्ड नंबर 7: पुनम कुमारी
  • वार्ड नंबर 8: बलदेव सिंह राणा
  • वार्ड नंबर 9: कुसुम लता
  • वार्ड नंबर 10: सतपाल

DC Monika Gupta :

इसके अलावा, इस चुनाव से संबंधित सभी विभागों और अधिकारियों को भी सूचित किया गया है।

उपायुक्त ने इस बैठक को लेकर कहा कि यह चुनाव पंचायत समिति मोरनी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है,

और सभी सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य होगी।

उन्होंने बताया कि बैठक में पंचायती राज चुनाव नियमावली 1994 के नियम 76 के तहत चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

यह बैठक पंचायत समिति मोरनी के अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों की घोषणा

और चुनाव प्रक्रिया के लिए एक प्रमुख कदम है,

जिससे पंचायत के कार्यों में अधिक पारदर्शिता और समन्वय आएगा।

इसके अलावा, इस चुनाव से संबंधित सभी विभागों और अधिकारियों को भी सूचित किया गया है।

उपायुक्त ने इस बैठक को लेकर कहा कि यह चुनाव पंचायत समिति मोरनी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है,

और सभी सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य होगी।

उन्होंने बताया कि बैठक में पंचायती राज चुनाव नियमावली 1994 के नियम 76 के तहत चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

यह बैठक पंचायत समिति मोरनी के अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों की घोषणा

और चुनाव प्रक्रिया के लिए एक प्रमुख कदम है,

जिससे पंचायत के कार्यों में अधिक पारदर्शिता और समन्वय आएगा।