उपायुक्त मोनिका गुप्ता (DC Monika Gupta) ने श्यामटू और रतेवाली गांवों का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित समाधान के लिए निर्देश जारी किए।
इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म से सड़क पर छोड़े जा रहे पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति का भी जायजा लिया।
आंगनवाड़ी केंद्र और जल निकासी के लिए कदम
ग्रामीणों की मांग पर उपायुक्त ने श्यामटू आंगनवाड़ी केंद्र की चारदीवारी और मरम्मत का कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
साथ ही, रतेवाली के पानी की निकासी के लिए श्यामटू तक सड़क के साथ नाला बनाने का प्रस्ताव रखा गया ताकि गांव की फसलें बर्बाद न हों।
DC Monika Gupta – पोल्ट्री फार्म के पानी का संज्ञान
कनौली-श्यामटू रोड पर पोल्ट्री फार्म से सड़क पर छोड़े जा रहे पानी को लेकर उपायुक्त ने कड़ा रुख अपनाया।
उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारी को निर्देश दिया कि वे तुरंत मौके का निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट पेश करें।
इस समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
रतेवाली डिस्पेंसरी का आकस्मिक निरीक्षण
तद्पश्चात उपायुक्त ने रतेवाली डिस्पेंसरी का अचानक दौरा किया।
उन्होंने रोगी रजिस्टर, दवाइयों का रिकॉर्ड और हाजिरी रजिस्टर का बारीकी से निरीक्षण किया।
सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
चिकित्सकों की उपस्थिति पर जोर
उपायुक्त ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में चिकित्सकों की अनुपस्थिति से ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है।
उन्होंने निर्देश दिया कि यदि चिकित्सक भ्रमण पर जाते हैं,
तो ड्यूटी रोस्टर डिस्पेंसरी के बाहर चस्पा किया जाए ताकि ग्रामीणों को उनकी उपलब्धता की जानकारी मिल सके।
DC Monika Gupta – ग्रामीणों का विश्वास और प्रशासन की प्रतिबद्धता
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने दौरे के दौरान ग्रामीणों को आश्वासन दिया
कि उनकी सभी समस्याओं का निवारण समय पर किया जाएगा।
उन्होंने प्रशासन की प्राथमिकता को रेखांकित करते हुए कहा
कि क्षेत्र के विकास और लोगों की सुविधा के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
“सुनवाई हो या निरीक्षण, ग्रामीण विकास में कोई समझौता नहीं”— उपायुक्त की इस प्रतिबद्धता ने ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति विश्वास को और मजबूत किया।