देर रात तक चले बचाव अभियान के बाद जिला DC Ashika Jain ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने उन मासूमों को न्याय दिलाने का वादा किया,
जिन्होंने प्रशासनिक लापरवाही और मानवीय चूक के कारण अपनी जान गंवाई।
मृतकों में दृष्टि और अभिषेक शामिल हैं, जिनकी मौत से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।
डीसी आशिका जैन ने कहा कि जिला प्रशासन इस गंभीर त्रासदी को नजरअंदाज नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, “भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों,
इसके लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
जिले में बिना उचित अनुमति और सुरक्षा मानकों के कोई भी खुदाई कार्य अब नहीं हो सकेगा।”
DC Ashika Jain – मामले की समयबद्ध और निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच
डीसी ने यह भी आश्वासन दिया कि मामले की समयबद्ध और निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच करवाई जाएगी।
सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जिले में चल रहे सभी निर्माण कार्यों और खुदाई गतिविधियों पर सख्त नजर रखें।
इस संबंध में उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना सुरक्षा मानकों के कोई भी काम शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जिले में निर्माण
और खुदाई गतिविधियों को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी करने की योजना बनाई है।
डीसी ने कहा कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचने के लिए पूरी सतर्कता बरती जाएगी।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोषियों को सजा दिलाने
और पीड़ित परिवारों को न्याय देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
जिला उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की कि यदि वे अपने आसपास किसी भी तरह की अनधिकृत खुदाई या निर्माण कार्य देखें,
तो तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष (0172-2219506) पर इसकी सूचना दें।
उन्होंने कहा कि “सतर्क नागरिक ही सुरक्षित समाज की बुनियाद होते हैं।”
देर रात तक चले बचाव अभियान के बाद जिला DC Ashika Jain ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने उन मासूमों को न्याय दिलाने का वादा किया,
जिन्होंने प्रशासनिक लापरवाही और मानवीय चूक के कारण अपनी जान गंवाई।
मृतकों में दृष्टि और अभिषेक शामिल हैं, जिनकी मौत से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।
डीसी आशिका जैन ने कहा कि जिला प्रशासन इस गंभीर त्रासदी को नजरअंदाज नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, “भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों,