“नशा मुक्त हरियाणा साइक्लोथॉन 2.0” को मुख्यमंत्री ने जींद से दिखाई हरी झंडी, युवाओं से किया विशेष आह्वान!

चंडीगढ़, 25 अप्रैल: हरियाणा को नशे की चपेट से मुक्त कराने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज “नशा मुक्त हरियाणा साइक्लोथॉन 2.0” को जींद से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह साइकिल यात्रा सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक व्यापक जन आंदोलन का रूप ले चुकी है जो नशे के खिलाफ जनजागरूकता, सामाजिक एकता और युवा संकल्प का प्रतीक बन चुकी है।

“नशे को ना, जीवन को हां” – मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा:

“नशे के खिलाफ लड़ाई सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। युवाओं, खाप पंचायतों, शिक्षकों, महिलाओं और हर वर्ग को इसमें समान रूप से भागीदारी करनी होगी। हमारा लक्ष्य है – नशा मुक्त, स्वस्थ और सशक्त हरियाणा।

साइक्लोथॉन की यात्रा और लक्ष्य

  • यह साइकिल यात्रा 5 अप्रैल को हिसार से शुरू हुई थी

  • अब तक यह कई जिलों से गुजरती हुई जींद पहुंची है।

  • 27 अप्रैल को यह सिरसा में संपन्न होगी, बरवाला और फतेहाबाद होते हुए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछली बार (2023) यह अभियान 25 दिन चला था, जिसमें 1.77 लाख साइकिलिस्ट और 5.25 लाख से अधिक नागरिक जुड़ चुके थे। इस वर्ष की यात्रा भी उसी ऊर्जा और जनभागीदारी की मिसाल बन रही है।

नशे के खिलाफ सामाजिक चेतना और खापों की भूमिका

नायब सिंह सैनी ने खाप पंचायतों की ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा:

“खापें सिर्फ परंपरा की रक्षक नहीं, समाज में बदलाव की अग्रदूत भी हैं। उन्होंने हमेशा निर्णायक मोर्चा संभाला है – अब नशे के खिलाफ भी वो सबसे आगे हैं।”

उन्होंने यह भी दोहराया कि जो नशे को बढ़ावा देगा, उसका सामाजिक बहिष्कार होगा और जो नशा छोड़ेगा, समाज उसे गले लगाएगा।

नशा और आतंकवाद: एक दूसरे से जुड़ी कड़ियाँ

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पहलगाम आतंकी हमले का भी उल्लेख किया, जिसमें 26 निर्दोष जानें गईं। उन्होंने स्पष्ट कहा:

“नशीले पदार्थों की तस्करी से जो पैसा आता है, वही आतंकवाद को बढ़ावा देता है। नशे के खिलाफ अभियान से कहीं न कहीं आतंकवाद पर भी लगाम लगेगी।”

जन आंदोलन बन रहा है नशा मुक्ति अभियान

मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा:

  • नशे को ना कहने का साहस दिखाएं।

  • जो नशे में है, उससे दूरी नहीं, बल्कि मदद का हाथ बढ़ाएं।

  • बदलाव की शुरुआत घर से करें – माता-पिता बच्चों से संवाद करें, समझाएं, डराएं नहीं।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हर उस व्यक्ति का साथ देगी जो नशे से बाहर निकलना चाहता है।

जन सहयोग और प्रशासनिक प्रतिबद्धता

  • सरकार ने कड़े कानून, बॉर्डर सतर्कता, और एजेंसियों को सशक्त करने जैसे कदम उठाए हैं।

  • लेकिन कानून से भी बड़ा है जन-जागरण।

  • यही साइक्लोथॉन उस जागरण का प्रतीक है, जो गांव-गांव, शहर-शहर “नशा मुक्त हरियाणा – हमारा सपना, हमारा संकल्प” का संदेश पहुंचा रही है।

इस आयोजन में कैबिनेट मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री कृष्ण लाल मिड्ढा, विधायक श्री रामकुमार गौतम, श्री देवेंद्र अत्री, खाप पंचायतों के प्रतिनिधि, और सैकड़ों नागरिक उपस्थित रहे।