चंडीगढ़, 20 मई: भारत एक बार फिर कोविड-19 के खतरे की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। लंबे समय तक मामलों में गिरावट के बाद अब फिर से संक्रमण के नए केस सामने आने लगे हैं, जिससे स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गए हैं।
क्या कहती है रिपोर्ट?
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी हालिया आंकड़ों के अनुसार:
-
19 मई 2025 तक देश भर में कोविड-19 के 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं।
-
12 मई तक 164 नए मामले सामने आए थे, जिसमें सबसे अधिक
-
केरल में 69 केस,
-
महाराष्ट्र,
-
और तमिलनाडु में भी दर्ज हुए हैं।
-
इन राज्यों में स्वास्थ्य निगरानी बढ़ा दी गई है, और टेस्टिंग तथा ट्रैकिंग को फिर से सक्रिय किया जा रहा है।
JN.1 वेरिएंट का बढ़ता प्रभाव
देश में बढ़ते मामलों के पीछे जो मुख्य कारण सामने आया है, वह है कोविड-19 का JN.1 वेरिएंट।
-
यह वेरिएंट तेज़ी से फैलने की क्षमता रखता है, हालांकि इसके लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं।
-
एशिया के कई देशों में भी यही वेरिएंट कोविड मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
-
भारत में भी अधिकांश नए केस इसी वेरिएंट से जुड़े हैं।
सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
बढ़ते केसों को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है:
-
टेस्टिंग बढ़ाई जाए
-
स्वास्थ्य कर्मियों को फिर से कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने के निर्देश दिए जाएं
-
जोखिम वाले क्षेत्रों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग पर बल दिया जाए
-
बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों की विशेष निगरानी रखी जाए
सावधानी ही सुरक्षा
भले ही मामलों की संख्या अभी कम है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि लापरवाही स्थिति को बिगाड़ सकती है।
सावधानियां जो जरूरी हैं:
-
भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें
-
हाथों को नियमित रूप से सैनिटाइज़ करें
-
खांसी-जुकाम जैसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें
-
समय रहते टेस्ट कराएं और डॉक्टर से सलाह लें
दुनिया में भी हालात चिंताजनक
केवल भारत ही नहीं, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
विशेष रूप से JN.1 वेरिएंट के चलते:
-
सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया और जापान जैसे देशों में भी स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट पर हैं।
-
कई देशों में मास्क और कोविड प्रोटोकॉल फिर से लागू किए जा रहे हैं।
भारत में कोविड-19 की स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता और समय पर कदम ही महामारी की वापसी को रोक सकते हैं।
सरकार की तरफ से फिलहाल लॉकडाउन जैसी किसी सख्ती का संकेत नहीं है, लेकिन निगरानी और रोकथाम के उपायों पर ज़ोर दिया जा रहा है।