भारत में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है। जब सबने सोचा था कि महामारी अब बीते दिनों की बात हो गई है, तभी मई 2025 के अंत में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी ने सरकार और आम नागरिकों की नींद उड़ा दी है।
अब तक देश में कुल एक्टिव केस की संख्या 1045 पार कर चुकी है। हालांकि यह आंकड़ा पहले की लहरों के मुकाबले कम है, लेकिन वायरस के नए वेरिएंट्स और तेज़ी से संक्रमण फैलने की गति ने चिंताओं को फिर से जिंदा कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें दोनों सतर्क हो चुकी हैं और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठा रही हैं।
किन राज्यों में बढ़ रही है कोरोना की रफ्तार?
केरल इस समय सबसे अधिक प्रभावित राज्य बनकर सामने आया है, जहां अकेले ही 430 से ज्यादा एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली में बीते कुछ दिनों में 100 से अधिक नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
महाराष्ट्र भी संक्रमण से अछूता नहीं है – वहां 43 नए मामलों की पुष्टि की गई है। नोएडा में 8 लोगों में वायरस पाया गया है, वहीं पटना में भी कोरोना ने फिर से दस्तक दी है। पटना में सामने आए मामलों में से एक डॉक्टर पटना एम्स में कार्यरत हैं, जो स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक गंभीर संकेत माना जा रहा है।
कोविड केस की चेन को जोड़ते हैं ये तथ्य
नोएडा में जिन संक्रमितों की पुष्टि हुई है, उनमें से एक व्यक्ति हाल ही में चेन्नई से लौटा है। इससे यह अंदेशा बढ़ा है कि अब संक्रमण केवल लोकल नहीं बल्कि एक राज्य से दूसरे राज्य तक यात्रा के माध्यम से भी फैल रहा है। बिहार की राजधानी पटना में दो मामले आने के बाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है।
नए कोरोना वेरिएंट्स और उनके लक्षण
भारत में इस समय कोविड-19 के चार नए वेरिएंट्स की मौजूदगी पाई गई है:
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XFG सीरीज
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LF.7 सीरीज
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JN.1 सीरीज
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NB.1.8.1 सीरीज
इनमें JN.1 वेरिएंट सबसे अधिक संक्रामक माना जा रहा है। यह वायरस बेहद तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे में फैल रहा है और इसके लक्षण काफी हद तक सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे हैं:
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बहती हुई नाक
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गले में खराश
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बुखार
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सिरदर्द
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मांसपेशियों में दर्द
यही वजह है कि कई लोग इसे हल्के में लेकर घर पर ही इलाज कर रहे हैं, जिससे संक्रमण की चेन बढ़ रही है।
एशियाई देशों में भी बढ़ रहा है कोरोना का असर
सिर्फ भारत ही नहीं, एशिया के अन्य देशों में भी कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है। हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड और चीन जैसे देशों में रोजाना नए संक्रमण के केस सामने आ रहे हैं।
सिंगापुर और हांगकांग में हालात और भी चिंताजनक हैं, क्योंकि वहां कोविड से मौतों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। यह संकेत देता है कि वायरस केवल फैला ही नहीं रहा, बल्कि लोगों की जान पर भी असर डाल रहा है।
भारत सरकार का जवाबी एक्शन प्लान
भारत सरकार ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए सभी राज्यों को नई कोविड गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। इन गाइडलाइंस में खास ज़ोर दिया गया है:
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टेस्टिंग को अनिवार्य करने पर
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संपर्क में आए लोगों की ट्रैकिंग
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संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेट करने
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अस्पतालों की तैयारियों को फिर से सक्रिय करने पर
राज्यों को आदेश दिए गए हैं कि वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा संसाधनों और ऑक्सीजन आपूर्ति की समीक्षा करें।
ताज़ा स्थिति: डेटा से क्या संकेत मिलते हैं?
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दिल्ली में पिछले 7 दिनों में 100 से ज़्यादा नए केस सामने आए हैं।
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महाराष्ट्र में अब तक कोविड की वजह से 5 मौतें दर्ज हो चुकी हैं।
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केरल, कर्नाटक और मुंबई में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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कई अस्पतालों ने कोरोना वार्ड फिर से एक्टिव करना शुरू कर दिया है।
आम जनता के लिए ज़रूरी सलाह
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सार्वजनिक स्थानों पर मास्क जरूर पहनें।
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भीड़-भाड़ से बचें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
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खांसी, बुखार, जुकाम जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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कोविड टेस्ट को नज़रअंदाज़ न करें।
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अपने आसपास सफाई बनाए रखें और सैनिटाइज़र का प्रयोग करें।