चंडीगढ़, 20 फरवरी: उपायुक्त मोनिका गुप्ता की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने जिलावासियों की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए। बुधवार को आयोजित इस शिविर में तीन शिकायतें दर्ज की गईं, जिनके समाधान के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने कहा कि जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए और अधिकारीगण इस कार्य में पूरी निष्ठा और तत्परता से जुटें। उन्होंने समाधान शिविरों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार पंचकूला जिले में प्रत्येक कार्यदिवस सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि नागरिकों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें।
तीन स्थानों पर हो रहे हैं समाधान शिविर
उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला जिले में तीन स्थानों पर समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे नागरिकों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने और उनका त्वरित समाधान पाने में सुविधा मिल सके:
1.नगर निगम कार्यालय, सेक्टर-4, पंचकूला – शहरी क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं के समाधान हेतु।
2.एसडीएम कार्यालय, कालका – कालका विधानसभा क्षेत्र के निवासियों के लिए।
3.लघु सचिवालय, पंचकूला – जिला स्तर पर समस्याओं के समाधान के लिए।
उपायुक्त ने बताया कि समाधान शिविरों में नागरिकों से संबंधित विभिन्न विभागों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है, जिनमें शामिल हैं:
✔ परिवार पहचान पत्र से जुड़ी समस्याएं
✔ प्रॉपर्टी आईडी और जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित शिकायतें
✔ शहरी निकाय विभाग से एनडीसी (नो ड्यूज सर्टिफिकेट) लेने की प्रक्रिया
✔ नक्शे की मंजूरी और अन्य नगर निगम संबंधी कार्य
✔ पेंशन, राशन कार्ड और सार्वजनिक वितरण प्रणाली से जुड़ी समस्याएं
✔ बिजली-पानी और अन्य बुनियादी सेवाओं से संबंधित शिकायतें
✔ कानूनी और अपराध संबंधी मुद्दे
जनता से अधिक से अधिक भाग लेने की अपील
उपायुक्त ने जिले के नागरिकों से अपील की कि वे समाधान शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और अपनी समस्याओं का सीधा, त्वरित और प्रभावी समाधान प्राप्त करें। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जन शिकायतों के निपटारे में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों की मौजूदगी
समाधान शिविर में अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, नगराधीश विश्वनाथ, जिला राजस्व अधिकारी डॉ. कुलदीप, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल पराशर, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. विशाल, जिला खेल अधिकारी नील कमल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जनता को त्वरित समाधान देना प्राथमिकता – उपायुक्त
उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता को त्वरित समाधान देना और उनके जीवन को सरल बनाना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे **समाधान शिविरों में नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लें और मौके पर ही निवारण करें। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान लंबित नहीं रहना चाहिए, ताकि आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समाधान शिविरों की नियमित समीक्षा करें और हर शिकायत के निपटारे की स्थिति पर नजर बनाए रखें। साथ ही, उन्होंने नागरिकों से भी अनुरोध किया कि वे सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाने के लिए समाधान शिविरों में अधिक से अधिक भाग लें।
समाधान शिविरों का मुख्य उद्देश्य प्रशासन और जनता के बीच संवाद को मजबूत करना और सरकारी योजनाओं व सेवाओं को हर व्यक्ति तक सुगमता से पहुंचाना है। उपायुक्त ने कहा कि यह पहल पंचकूला जिले में पारदर्शी प्रशासन और नागरिकों की संतुष्टि को सुनिश्चित करने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।
उन्होंने कहा कि पंचकूला जिला प्रशासन नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है और हरसंभव प्रयास कर रहा है कि सभी मुद्दों का शीघ्र समाधान हो। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को जागरूक किया कि वे समाधान शिविरों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें।