मुख्यमंत्री सैनी का बड़ा बयान: हरियाणा को ‘भ्रष्टाचार-मुक्त’ बनाने का संकल्प!

CM Saini

CM Saini : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में एक बयान में प्रदेशवासियों का आभार जताते हुए कहा कि उन्हें हरियाणा की जनता की सेवा का मौका मिला है,

और उन्होंने अपना काम शुरू करने के साथ ही राज्य में बदलाव लाने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं।

उन्होंने विशेष रूप से राज्य में भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और पर्ची-खर्ची जैसी कुरीतियों का जिक्र करते हुए कहा

कि ये समस्याएं सरकार को विरासत में मिली थीं, जिनका समाधान उनकी सरकार ने किया है।

CM Saini : 8 अक्टूबर से जनता के साथ किए गए वादों को पूरा

मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल के पहले दिनों में किए गए कुछ प्रमुख फैसलों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 8 अक्टूबर से जनता के साथ किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया था।

11 अक्टूबर को कर्मचारियों के दुर्घटना बीमा की राशि को 30 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया।

इसके अलावा कर्मचारियों के परमानेंट टर्म इंश्योरेंस को 2 लाख से बढ़ाकर 4 लाख रुपये किया गया।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में भी बढ़ोतरी की गई।

14 अक्टूबर को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 750 रुपये और सहायिकाओं के मानदेय में 400 रुपये की बढ़ोतरी की गई।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 17 अक्टूबर को प्रदेश के युवाओं के लिए 26 हजार सरकारी पदों की भर्ती का परिणाम घोषित किया गया, जिससे युवाओं को रोजगार का अवसर मिला।

डायलिसिस की सेवा मुफ्त

18 अक्टूबर से मुख्यमंत्री ने किडनी के मरीजों के लिए डायलिसिस की सेवा मुफ्त कर दी, जो उनके चुनावी वादों का हिस्सा था।

इसके बाद 29 अक्टूबर से 70 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया गया।

किसानों के लिए भी कई अहम फैसले लिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 13 नवंबर तक प्रदेश में 1 लाख 77 हजार मीट्रिक टन डीएपी की खपत हुई,

जो पिछले साल की तुलना में 15 हजार टन ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि 15 नवंबर तक और 14,750 मीट्रिक टन डीएपी जिलों में भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने एक और महत्वपूर्ण बात कही, जिसमें उन्होंने जींद के रामभगत के दुखद निधन पर बयान दिया।

उन्होंने कहा कि किसी की मृत्यु पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए और इस मामले में कोई राजनीतिक संलिप्तता नहीं है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रामभगत के पास जमीन के बारे में गलत जानकारी फैलाई जा रही थी,

जबकि उनके पास केवल 125 गज गैर-मकानिक जमीन थी और फसल पंजीकरण भी नहीं हुआ था।

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर गर्व जताया और राज्य में और बदलाव लाने का आश्वासन दिया।

उनका कहना था कि उनकी सरकार ने प्रदेश के लोगों की भलाई के लिए कई फैसले लिए हैं,

और आगे भी इसी तरह की योजनाओं पर काम जारी रहेगा।