धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में आज का दिन ऐतिहासिक और पवित्र क्षणों का गवाह बना, जब अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान 18,000 बच्चों ने एक साथ गीता के अष्टादश श्लोकों का पाठ किया। इस अवसर पर हरियाणा के CM Nayab Singh Saini ने घोषणा की कि कुरुक्षेत्र स्थित थीम पार्क को अब ‘Kesha Park’ के नाम से जाना जाएगा।
इस कदम का उद्देश्य कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को सहेजना और उसका प्रचार-प्रसार करना है।
मुख्यमंत्री ने साथ ही गीता पाठ में भाग लेने वाले बच्चों के लिए विशेष अवकाश की भी घोषणा की।
CM Nayab Singh Saini – हवन-यज्ञ में आहुति देकर महोत्सव का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने गीता स्थली ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना और हवन-यज्ञ में आहुति देकर इस महोत्सव का शुभारंभ किया।
उन्होंने गीता पाठ को न केवल धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “गीता के 18 श्लोक अपने आप में एक प्रार्थना, गीत और शांति का आह्वान हैं।
आज 18,000 बच्चों ने इन श्लोकों का उच्चारण कर इस धरा को धन्य कर दिया है।
गीता का संदेश मानवता के लिए अमूल्य है।”
गीता का वैश्विक संदेश – CM Nayab Singh Saini
इस आयोजन में हरियाणा के कृषि मंत्री श्री श्याम सिंह राणा, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और तंजानिया की पर्यटन मंत्री पिंडी चाना जैसे विशिष्ट अतिथियों ने भी शिरकत की।
तंजानिया की पर्यटन मंत्री ने गीता को मानवता के लिए एक अमूल्य ग्रंथ बताते हुए कहा, “यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि जीवन का मूल सिद्धांत है।
हरियाणा सरकार ने इस महोत्सव के आयोजन के जरिए भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता के माध्यम से हमें जीवन में कर्तव्य पालन का संदेश मिलता है।
“यह केवल अर्जुन और भगवान श्रीकृष्ण का संवाद नहीं, बल्कि हर प्रश्न का समाधान है।
गीता हमें सिखाती है कि समाज में संतुलन और अनुशासन बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति को अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा और समर्पण के साथ करना चाहिए।”
CM Nayab Singh Saini – गीता की वैश्विक पहचान
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से 2016 से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारतीय संस्कृति और परंपरा का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है।
गीता के संदेश ने पूरे विश्व को भारत की ओर आकर्षित किया है।”
गीता का अध्ययन जीवन में सफलता की कुंजी:
हरियाणा के कृषि मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने का मार्गदर्शन भी करती है।
उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे प्रतिदिन गीता का पाठ करें।
“यह न केवल एकाग्रता को बढ़ाता है, बल्कि जीवन की हर कठिनाई से बाहर निकलने का मार्ग भी दिखाता है।”
संस्कृति और विरासत का उत्सव:
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिनमें कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को प्रमुखता दी गई।
पिंडी चाना ने हरियाणा सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “गीता महोत्सव भारत की प्राचीन विरासत को सहेजने और दुनिया तक पहुंचाने का अद्भुत माध्यम है।
यह केवल हरियाणा की ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की धरोहर है।”
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि गीता का ज्ञान अहंकार त्यागने और आत्मज्ञान प्राप्त करने का मार्ग दिखाता है।
“यदि समाज गीता के उपदेशों को अपनाए, तो हम एक आदर्श और समरस समाज का निर्माण कर सकते हैं।”