मुख्यमंत्री नायब सैनी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गीता जयंती समारोह पर महत्वपूर्ण जानकारी

आज CM Naib Saini ने चण्डीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस साल के गीता जयंती महोत्सव के बारे में अहम जानकारी दी।

इस अवसर पर उड़ीसा के कैबिनेट मंत्री और तंजानिया की हाई कमिशनर भी मौजूद थीं।

इस बार गीता जयंती महोत्सव में उड़ीसा और तंजानिया साझीदार देश के रूप में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह भव्य समारोह 28 नवंबर से शुरू होगा और 15 दिसंबर तक चलेगा।

समारोह का आयोजन कुरुक्षेत्र में होगा, जहां हर साल लाखों लोग आते हैं

और देश-विदेश से श्रद्धालु इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं।

CM Naib Saini : गीता जयंती महोत्सव में उड़ीसा

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस साल गीता जयंती महोत्सव में उड़ीसा और तंजानिया को पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि गीता जयंती समारोह के आयोजन का उद्देश्य गीता के संदेश को विश्वभर में फैलाना है।

तंजानिया को इस महोत्सव में शामिल करने का विशेष कारण यह है कि वहां भी हिंदू संस्कृति का गहरा प्रभाव है

और वहां के मंदिरों में पूजा-अर्चना होती है।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विभिन्न देशों के साथ सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा दिया है

और तंजानिया को गीता जयंती महोत्सव में आमंत्रित कर, दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत किया जाएगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद

प्रेस कॉन्फ्रेंस में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद भी मौजूद थे।

स्वामी जी ने गीता के महत्व पर बात करते हुए कहा कि इस साल गीता के 5161 साल पूरे हो रहे हैं।

स्वामी ज्ञानानंद ने कहा, “महाभारत के समय अर्जुन को भगवान श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था,

जो आज भी हर व्यक्ति के जीवन में मार्गदर्शन का कार्य करता है।

गीता का संदेश आज भी दुनिया भर में समाधान के रूप में देखा जाता है।”

उन्होंने यह भी कहा कि गीता जयंती समारोह अब सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि विदेशों में भी मनाया जाता है

और इसका वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है।

गीता जयंती समारोह में लाखों लोगों के शामिल होने का जिक्र

स्वामी ज्ञानानंद ने गीता जयंती समारोह में लाखों लोगों के शामिल होने का जिक्र करते हुए कहा

कि यह समारोह हर साल कुरुक्षेत्र में एक भव्य रूप में आयोजित होता है।

पिछले साल करीब 45-50 लाख लोग इस आयोजन में शामिल हुए थे

और इस बार भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

स्वामी जी ने बताया कि 28 नवंबर से सरस मेला शुरू होगा,

जबकि सांस्कृतिक कार्यक्रम 5 दिसंबर से शुरू होकर 15 दिसंबर तक चलेंगे।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यह भी कहा कि तंजानिया की हाई कमिशनर अनीशा भारतीय संस्कृति को भली-भांति समझती हैं,

क्योंकि वे अलीगढ़ विश्वविद्यालय से पढ़ी हैं।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हरियाणा का प्रतिनिधिमंडल दो बार तंजानिया जा चुका है

और इस महोत्सव के माध्यम से हरियाणा और तंजानिया के रिश्ते और मजबूत होंगे।

 

Sakshi Dutt:

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