पंजाब के CM Mann ने Hussainiwala Border को अत्याधुनिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
रिट्रीट समारोह में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक स्थल शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की स्मृतियों से जुड़ा है
और इसे विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र में बदलने की दिशा में काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बीएसएफ अधिकारियों से इस स्थल के विकास के लिए विस्तृत योजना बनाने को कहा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इस ऐतिहासिक स्थान को अधिक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, “हुसैनीवाला की हर मिट्टी में देशभक्ति की भावना बसती है।”
CM Mann : रिट्रीट समारोह का आकर्षण बढ़ाने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में वाघा, हुसैनीवाला और सुलेमानकी सीमाओं पर रिट्रीट समारोह आयोजित किए जाते हैं।
वाघा बॉर्डर पर पर्यटकों की अधिक संख्या का उल्लेख करते हुए
उन्होंने हुसैनीवाला में सुविधाएं बढ़ाने और इसे पर्यटकों के लिए अधिक आकर्षक बनाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि इस स्थल पर मौजूद संग्रहालय में भगत सिंह की वह पिस्तौल प्रदर्शित है,
जिसका उपयोग सांडर्स की हत्या में हुआ था। मुख्यमंत्री ने इस स्थल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सशस्त्र बलों की सराहना और शहीदों की विरासत को संरक्षित करने का संकल्प
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भारतीय सशस्त्र बलों की निष्ठा और बहादुरी की सराहना करते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब मौसम और कठिन परिस्थितियों में भी वे अपनी ड्यूटी निभाते हैं।
उन्होंने पंजाब सरकार की ओर से शहीदों की विरासत को संरक्षित रखने के लिए निरंतर प्रयासों का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि मोहाली हवाई अड्डे का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है।
साथ ही, मोहाली में निशान-ए-इंकलाब प्लाजा पर भगत सिंह की 30 फीट ऊंची प्रतिमा हाल ही में जनता को समर्पित की गई है।
Hussainiwala Border के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
मुख्यमंत्री की इस घोषणा से न केवल हुसैनीवाला के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि शहीदों की गौरवशाली विरासत भी नई पीढ़ियों तक पहुंचेगी।