चंडीगढ़, 2 जून: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), पंचकूला की सचिव एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने आज सेक्टर-15 स्थित बाल देखभाल संस्थान (CCI) – शिशु गृह का औचक निरीक्षण किया। यह दौरा बाल संरक्षण और बच्चों की भलाई सुनिश्चित करने की दिशा में DLSA द्वारा किए जाने वाले नियमित निरीक्षणों की एक कड़ी था।
निरीक्षण की मुख्य बातें:
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प्रशासनिक दस्तावेजों की जांच:
सुश्री भारद्वाज ने संस्थान के उपस्थिति रजिस्टर, रखरखाव लॉग, तथा अन्य आवश्यक रिकॉर्ड का गहन निरीक्षण किया। सभी दस्तावेज सुव्यवस्थित और अद्यतन पाए गए। -
बच्चों से सीधी बातचीत:
उन्होंने शिशु गृह में रह रहे बच्चों और स्टाफ से संवाद किया और उनकी दैनिक दिनचर्या, खाद्य गुणवत्ता, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और रहने की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। बच्चे संतुष्ट और प्रसन्नचित्त नजर आए। -
परिसर की स्थिति:
निरीक्षण के दौरान लॉन क्षेत्र में उगी घास को देखकर उन्होंने तत्काल सफाई के निर्देश दिए ताकि परिसर की स्वच्छता और सुरक्षा बनी रहे।
“समर कैंप – 2025” पर विशेष फोकस:
सुश्री भारद्वाज ने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित “समर कैंप – 2025” के तहत सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों पर विशेष बल दिया।
इनमें शामिल हैं:
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गायन, नृत्य, पेंटिंग
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कला और शिल्प, निबंध लेखन
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टीम वर्क व जीवन कौशल विकास पर आधारित गतिविधियाँ
उन्होंने स्टाफ को निर्देश दिए कि बच्चों की इन रचनात्मक गतिविधियों में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाए ताकि उनका आत्मविश्वास बढ़े और वे सकारात्मक माहौल में विकसित हो सकें।
बच्चों के अधिकारों की रक्षा को प्राथमिकता
सुश्री भारद्वाज ने कहा कि DLSA बच्चों को सुरक्षित, पोषणयुक्त और प्रेरणादायक वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनके अनुसार, निरंतर निगरानी और संवेदनशील पहल के माध्यम से ही बच्चों के मानवाधिकारों की रक्षा संभव है।
निरीक्षण का समापन शिशु गृह प्रशासन द्वारा अधिकारियों के सभी निर्देशों को समय पर और प्रभावी ढंग से लागू करने के आश्वासन के साथ हुआ।