SikhLens 2025 Chandigarh Festival – 15 फरवरी को टैगोर थिएटर में होगा आयोजन, ऐतिहासिक फिल्में और इंटरनेशनल कलेक्शन होंगे खास आकर्षण
चंडीगढ़, 28 जनवरी: चंडीगढ़ एक बार फिर कला और सिनेमा के रंग में रंगने को तैयार है! दुनिया भर में अपनी पहचान बना चुका सिखलेंस: सिख आर्ट्स एंड फिल्म फेस्टिवल 2025 में अपने इंडिया चैप्टर के साथ फिर से लौट रहा है।
यह प्रतिष्ठित फेस्टिवल 15 फरवरी को चंडीगढ़ के टैगोर थिएटर में आयोजित होगा,
जहां दुनियाभर के फिल्म निर्माता और कलाकार अपनी बेहतरीन कृतियों का प्रदर्शन करेंगे।
SikhLens 2025 Chandigarh Festival – 26 साल का सफर और चंडीगढ़ में छठा वर्ष
सिखलेंस फेस्टिवल पिछले 26 वर्षों से सिख और अन्य संस्कृतियों की कहानियों को फिल्म और कला के माध्यम से जीवंत कर रहा है।
भारत में इस फेस्टिवल की शुरुआत 2020 में हुई थी और यह लगातार छठे वर्ष चंडीगढ़ में आयोजित किया जा रहा है।
इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह अब अमेरिका, कनाडा और भारत सहित 16 शहरों में आयोजित किया जाता है।
SikhLens 2025 Chandigarh Festival – क्या है खास इस साल?
फेस्टिवल के आयोजक और पुरस्कार विजेता निर्देशक ओजस्वी शर्मा ने बताया कि “सिखलेंस सिर्फ फिल्मों का फेस्टिवल नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो कला और सिनेमा के जरिए संवाद और एकता को बढ़ावा देता है।”
इस साल फेस्टिवल में कई इंटरनेशनल फिल्में और डॉक्यूमेंट्रीज देखने को मिलेंगी।
खासकर पंजाब के इतिहास और सिख विरासत को समर्पित फिल्में फेस्टिवल की मुख्य झलक होंगी।
फेस्टिवल के मुख्य आकर्षण:
– ‘साका सिरहिंद: शहीदी ऑफ यंगर साहिबजादे’ – इस ऐतिहासिक फिल्म का निर्देशन प्रदीप सिंह माथारू ने किया है और यह फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण होगी।
– ‘राइजिंग अबव: द कमल सिंह स्टोरी’ (यूके) – अमित कौर द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक प्रेरणादायक कहानी पेश करेगी।
– ‘द पटका बॉक्स’ (कनाडा) – दविंदर सिंह की यह फिल्म प्रवासी सिख समुदाय की जिंदगी को दर्शाती है।
– ‘करतारपुर कॉरिडोर: कलेक्टिव मेमोरीज, कनेक्टेड हिस्ट्रीज’ (तुर्की-पाकिस्तान) – ज़ेनेप गुल उनाल द्वारा निर्देशित यह फिल्म करतारपुर कॉरिडोर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।
2,000 से ज्यादा दर्शकों के आने की उम्मीद
इस साल फेस्टिवल में 2,000 से ज्यादा दर्शकों की भागीदारी होने की उम्मीद है।
अब तक भारत में इस फेस्टिवल के तहत 101 से अधिक फिल्मों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।
कौन-कौन रहेगा मौजूद?
इस प्रतिष्ठित आयोजन में इकबाल सिंह लालपुरा (अध्यक्ष, अल्पसंख्यक आयोग),
ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर कैरोलाइन रोवेट सहित कई गणमान्य अतिथि और विभिन्न धर्मों के नेता शामिल होंगे।
नई पहल: सिखलेंस एनिमेशन
इस साल सिखलेंस एक नई पहल ‘सिखलेंस एनिमेशन’ की भी शुरुआत कर रहा है,
जिससे एनिमेशन इंडस्ट्री में उभरते कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
कला और सिनेमा का संगम
फेस्टिवल में केवल फिल्में ही नहीं, बल्कि डिजिटल वॉयसेज, प्रोजेक्ट एस और कम्युनिटी वॉयसेज जैसे क्यूरेटेड प्रोग्राम्स के जरिए युवा कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को नए अवसर दिए जाएंगे।
SikhLens 2025 Chandigarh Festival – क्यों देखें सिखलेंस फेस्टिवल?
अगर आप कला, सिनेमा और इतिहास के प्रेमी हैं, तो सिखलेंस 2025 आपके लिए परफेक्ट प्लेटफॉर्म है।
यह सिर्फ फिल्म फेस्टिवल नहीं, बल्कि संस्कृतियों को जोड़ने और संवाद को मजबूत करने का जरिया है।
तो 15 फरवरी 2025 को चंडीगढ़ के टैगोर थिएटर में इस अनोखे फेस्टिवल का हिस्सा बनना न भूलें!